सीधी। जिले के सिहावल क्षेत्र अंतर्गत एक गांव ऐसा भी है जहां पर न तो बिजली पोल पर तार खींचा हुआ है और ना ही उन पर कोई करंट दौड़ रहा है, लेकिन लोगों की जेब और दिल दिमाग पर करंट जरूर लगता हुआ दिखाई दे रहा है. दरअसल, यहां बिजली विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. विभाग के अधिकारियों ने बिना किसी कनेक्शन के ही लोगों के यहां बिल भेज दिया है, जिसकी वजह से ग्रामीण परेशान हैं और न्याय की गुहार लगा रहे हैं.
बिजली कट ने बढ़ाई लोगों की परेशानी
दरअसल, पिछले महीने से सिहावल विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत बिजली की समस्या लगातार सामने आ रही है. यहां कोरोना के चलते घरों में रहने वाले लोगों का बिना बिजली के जीना मुहाल हो गया है. संपूर्ण जनमानस बिजली के अभाव में लाचार, बेबस, निराश जिंदगी काट रहा है. वर्तमान समय में खेती-बाड़ी का समय आने पर अघोषित कटौती और कम वोल्टेज तथा जले हुए ट्रांसफार्मर के ना बदले जाने की समस्या से जूझते हुए सिहावल अंचल के खेती-बाड़ी करने वाले अपनी खेती को लेकर चिंतित हैं.
बिना बिजली मिले लोगों को बिल
बता दें कि इतनी लापरवाहियों के बावजूद भी सिहावल ब्लॉक के ग्राम पंचायत बघोर के बोदरहवा, केराई गांव में आदिवासी बस्तियों में विद्युतीकरण का एक ऐसा नमूना सामने आया है, जहां लोगों के घरों के सामने पोल (खम्भा) तो दिखता है पर खम्भे में तार नहीं है. इसके बावजूद भी लोगों को बिजली का बिल थमाया जा रहा है. जिससे आदिवासी बस्ती के समस्त ग्रामीण जन काफी परेशान और चिंतित होकर सड़कों में उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं. इससे बिजली विभाग की लापरवाही कहें या शासन प्रशासन की नाकामी.
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प्रशासन ने भूल सुधार का दिया आश्वाशन
बहरहाल कुछ भी हो पर जैसे ही इस बात की भनक प्रशासन को लगी को उनके कान खड़े हो गए और ग्राम पंचायत में जाकर लोगों से बिजली बिल सुधारने की बात कही है. एक बात यह भी सामने आ रही है कि जहां पर बिजली के खंबे तक नहीं लगे हैं और बिजली का बिल आ रहा है.