ETV Bharat / state

फिर शर्मसार हुई मानवता मरीज के शव को नहीं मिला वाहन, हाथ ठेले पर रखकर ले गए परिजन

सीधी जिला अस्पताल से एक बार लापरवाही का मामला सामने आया है. जहां एक मरीज के शव को उसके घर तक ले जाने के लिए शव वाहन तक नहीं मिला. इस घटना में जब अस्पताल प्रबंधन से बात की गई तो वह मामले से पल्ला झाड़ते नजर आया.

sidhi news
हाथ ठैले पर मरीज का शव ले जाते परिजन
author img

By

Published : Jan 6, 2020, 3:27 PM IST

सीधी। जिला अस्पताल से मानवता को शर्मसार करने वाला मामला फिर सामने आया है. जहां लापरवाही आलम यह है कि एक मरीज की मौत के बाद उसके शव को ले जाने के लिए मृतक के परिजन घंटो शव वाहन का इंतजार करते रहे. आखिर जब वाहन नहीं पहुंचा तो मृतक के परिजन उसे हाथ ठेले पर रखकर ले गए.

शहर के नूतन कॉलोनी में रहने वाली इंद्रावती यादव की इलाज के दौरान मौत हो गई. परिजन रात में घंटो शव वाहन के लिए इंतजार करते रहे लेकिन बदनसीब महिला के शव को वाहन नसीब नहीं हुआ. मजबूरन परिजन शव को हाथ ठेले रखकर अस्पताल से दो किलोमीटर दूर उसके घर तक ले गए.

सीधी जिला अस्पताल में मरीज के शव को नहीं मिला वाहन

अस्पताल प्रबंधन ने झाड़ा मामले से पल्ला
मामले में जब अस्पताल प्रबंधन से बात की गई तो वे इस घटना से पल्ला झाड़ते नजर आए. अस्पताल में पदस्थ सिविल सर्जन एसबी खरे का कहना था कि मृतका के परिजनों ने कोई सूचना नहीं दी. कभी-कभी वाहन चालक के न रहने की वजह से समस्या हो जाती है. जिसकी वजह से परिजनों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.

अस्पताल प्रबंधन कुछ भी कहे लेकिन यह मामला अस्पताल में व्याप्त लापरवाही को दर्शाता है. जहां अव्यवस्थाए थमने का नाम नहीं ले रही है. इस तरह के मामले आए दिन सामने आ जाते हैं.

सीधी। जिला अस्पताल से मानवता को शर्मसार करने वाला मामला फिर सामने आया है. जहां लापरवाही आलम यह है कि एक मरीज की मौत के बाद उसके शव को ले जाने के लिए मृतक के परिजन घंटो शव वाहन का इंतजार करते रहे. आखिर जब वाहन नहीं पहुंचा तो मृतक के परिजन उसे हाथ ठेले पर रखकर ले गए.

शहर के नूतन कॉलोनी में रहने वाली इंद्रावती यादव की इलाज के दौरान मौत हो गई. परिजन रात में घंटो शव वाहन के लिए इंतजार करते रहे लेकिन बदनसीब महिला के शव को वाहन नसीब नहीं हुआ. मजबूरन परिजन शव को हाथ ठेले रखकर अस्पताल से दो किलोमीटर दूर उसके घर तक ले गए.

सीधी जिला अस्पताल में मरीज के शव को नहीं मिला वाहन

अस्पताल प्रबंधन ने झाड़ा मामले से पल्ला
मामले में जब अस्पताल प्रबंधन से बात की गई तो वे इस घटना से पल्ला झाड़ते नजर आए. अस्पताल में पदस्थ सिविल सर्जन एसबी खरे का कहना था कि मृतका के परिजनों ने कोई सूचना नहीं दी. कभी-कभी वाहन चालक के न रहने की वजह से समस्या हो जाती है. जिसकी वजह से परिजनों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.

अस्पताल प्रबंधन कुछ भी कहे लेकिन यह मामला अस्पताल में व्याप्त लापरवाही को दर्शाता है. जहां अव्यवस्थाए थमने का नाम नहीं ले रही है. इस तरह के मामले आए दिन सामने आ जाते हैं.

Intro:एंकर--सीधी में मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना फिर सामने आई है जहाँ शव वाहन के लिए मृतक के परिजन घंटो इंतजार करते रहे लेकिन उन्हें शव वाहन नसीब नही हुआ मजबूरन परिजन शव को हाथ ठेले से दो किलोमीटर दूर घर ले गए।वही जिम्मदेदार कह रहे है कि जिला अस्पताल प्रबंधन से शव वाहन की किसी ने मांग नही की है।Body:वाइस ओवर(1)सीधी में मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटनाए थमने का नाम नही ले रही है आये दिन मृतक के परिजन घण्टो शव वाहन के इंतजार में खडे रहते है,ऐसा ही एक मामला जिला अस्पताल में सामने आया है जहाँ नूतन कालोनी में रहने वाली इंद्रावती यादव का इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गयी,परिजन रात में घंटो शव वाहन के लिए इंतजार करते रहे लेकिन बदनसीब महिला के शव को वाहन नसीब नही हुआ मजबूरन परिजन शव को हाथ ठेले से दो किलोमीटर दूर शव घर ले गए,वही जिला अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि मृतका के परिजनों ने कोई सूचना नही दी,कभी कभी वाहन चालक के रहने की बजह से समस्या हो जाती है,जिसकी वजह से परिजनों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
बाइट(1) एस बी खरे(सिविल सर्जन सीधी जिला अस्पताल सीधी मप्र)।Conclusion:बहरहाल सीधी में जिला अस्पताल की अव्यवस्थाए थमने का नाम नही ले रही है,आये दिन हो रही मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना से प्रबंधन को कोई सबक लेने को तैयार नही ऐसे में देखना होगा कि आखिर कब तक प्रबंधन नींद से जागता है।
पवन तिवारी ईटीवी भारत सीधी मध्य प्रदेश
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.