सीधी। मध्यप्रदेश के सीधी जिले में एक बेटी ने एक बेटे का फर्ज पूरा किया है. परंपरा है कि एक बेटा ही अपने माता-पिता को मुखाग्नि देता है, लेकिन सीधी में एक बेटी ने अपने पिता को मुखाग्नि देकर बेटे का फर्ज निभाते हुए श्मशान जाकर अपने पिता का अंतिम संस्कार की है.
कहा जाता है कि हिंदू धर्म में जब किसी का देहांत हो जाता है तो बेटे द्वारा ही मुखाग्नि देने की परंपरा है. लेकिन सीधी में आज एक बेटी ने अपने पिता को मुखाग्नि देकर पुरानी परंपराएं तोड़ दी है. सीधी में रहने वाले देवीदीन सोनी की कैंसर बीमारी की वजह से बनारस के अस्पताल में मौत हो गई, इनका कोई बेटा नहीं है सिर्फ दो बेटियां हैं, जिस पर इनकी बेटी ने अपने पिता को मुखाग्नि दी है. बहरहाल हमारे समाज में बेटों की चाहत में लोग क्या से क्या नहीं कर देते हैं, लेकिन बेटियां भी किसी से कम नहीं होती है. आज बेटियां वह सब काम कर रही है. जो बेटे कर सकते हैं.