सीधी। सीएम शिवराज 17 फरवरी को सीधी जिले के दौरे पर रहेंगे. सीएम के आगमन से पहले ही राजनीति गरमा गई है. सीधी की राजनीति पहले जैसे सीधी नहीं रही, अब यहां राजनीति में नए आयाम और नए चरण आ गए हैं. सीधी जिले के चुरहट क्षेत्र से आने वाले पूर्व विधायक व पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने सीधी जिले में व्याप्त समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखा है. इस पत्र के जरिए अजय सिंह ने क्षेत्र की समस्याओं की ओर मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षण कराया है.
अजय सिंह ने लिखा सीएम को पत्र: पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने मांग पत्र में कहा है कि सोन घड़ियाल को माफियाओं से मुक्त कराया जाए, क्योंकि वह जीने नहीं दे रहे हैं. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सीधी जिले के चुरहट में 17 फरवरी को आने की सूचना को लेकर पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने सीधी जिले में व्याप्त विभिन्न समस्याओं के साथ-साथ जिले में कायम माफिया राज को लेकर सीएम के नाम चिट्ठी लिख डाली है. सीधी के साथ सिंगरौली में स्थित सोन घड़ियाल अभयारण्य में रेत का अवैध कारोबार जारी है. इन कारोबारियों को दोनों जिलों के खनिज अधिकारियों द्वारा खुलेआम संरक्षण दिया जा रहा है. जिसकी वजह से वहां के जलचर जीव विलुप्त होने के कगार पर पहुंच चुके हैं. इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने आरोप लगाया है चुरहट क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध रूप से गांजा और नशीले ड्रग्स का कारोबार बड़े पैमाने पर चल रहा है. इसके साथ-साथ कोरेक्स का व्यवसाय भी कम नहीं है. जिसे नशे के रूप में युवा पीढ़ी द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है. नशे का कारोबार चुरहट क्षेत्र से लेकर पूरे जिले को तबाह कर रहा है. इस कारोबार को लेकर जिले की पुलिस और प्रशासन कारोबारियों को रोकने की बजाय संरक्षण दिया जा रहा है. जिसके कारण जिले की युवा पीढ़ी नशे की बुरी लत के कारण उनका भविष्य अंधकार में हो रहा है.
पत्र में रेत उत्खनन की दी जानकारी: कांग्रेस नेता अजय सिंह चिठ्ठी में लिखा है कि सीधी जिले में सोन घड़ियाल अभ्यारण में रेत माफिया अवैध रूप से बड़े पैमाने पर रेत का अवैध उत्खनन कर रहे हैं. सोन नदी का 161 किलोमीटर 23 किलोमीटर बनास नदी वह 26 किलोमीटर गोपद नदी का क्षेत्र मिलाकर 210 किलोमीटर क्षेत्र को 1981 में अभयारण्य के रूप में घोषित किया गया था. इस अभ्यारण में पाए जाने वाले जलचर घड़ियाल के संरक्षण के लिए बनाए अभ्यारण में होने वाले रेत के उत्खनन से यहां के पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है. इसके साथ साथ घड़ियालों का पतन भी होना स्वाभाविक हो गया है.
प्रधानमंत्री आवास में बड़े पैमान पर भ्रष्टाचार: वहीं अजय सिंह ने कहा है कि चुरहट क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है. योजना के तहत लाभार्थियों को मिलने वाली सहायता राशि का बड़ा हिस्सा कमीशन खोरी की भीड़ चल रहा है. आरोपियों के द्वारा कमीशन खोरी के नाम पर लाभार्थियों को धमकियां दी जा रही हैं. गुंडागर्दी के बलबूते पैसा वसूला जा रहा है. इसके साथ ही चुरहट क्षेत्र में मनरेगा योजना में भारी भ्रष्टाचार की शिकायतें लगातार मिलती रहती है. मनरेगा में काम करने वाले कई ग्राम वासियों को 3 से 4 साल बीत चुके हैं. बावजूद इसके आज तक भुगतान नहीं हो सका है. चुरहट क्षेत्र में कई स्थानों पर बिजली के ट्रांसफार्मर बिगड़े पड़े हैं. कई बार शिकायत करने के बाद भी इन्हें सुधार नियम बदलने के लिए कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.