सीधी। सीधी जिले में खुद को बीजेपी नेता के द्वारा फर्जी टीपी पर अवैध खनन का मामला सामने आया है, जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए तीन हाईवा जब्त कर ली है. सिहावल एसडीएम और पुलिस ने मिलकर फर्जी तरीके से खनन पर रहे माफिया पर शिकंजा कसते हुए ये कार्रवाई की है. इस पूरे मामले को लेकर बीजेपी अपना बचाव कर रही है, तो वहीं कांग्रेस पार्टी फर्जी टीपी पर रेत के परिवहन को लेकर सरकार पर सवाल खड़े कर दंडात्मक कार्रवाई की मांग कर रही है.
दरअसल, पूरे देश में कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन किया गया है. इससे सीधी जिला भी अछूता नहीं है. ऐसे में खुद को बीजेपी नेता बताने वाले खनन माफिया भी पीछे नहीं है. नियम कायदों को दरकिनार कर कभी रसूखदारों का फायदा उठाकर, तो कभी राजनीतिक दलों के संरक्षण कि आड़ मे रेत कि दलाली कर रहे हैं. विगत दिनों बंद पड़ी रेत खदानों को शासकीय कामों हेतु रेत मुहैय्या कराने के लिए सभी नियमों को सिथिल करते हुये खोल दिया गया था. जिसके बाद लगातार जिले के बहरी से रेत के अवैध परिवहन का खेल खेला जा रहा था, टीपी कहीं की और परिवहन कहीं और किया जा रहा है, जिस पर कार्रवाई करते हुए सिहावल एसडीएम सुधीर बेक ने दो हाईवा वाहनों को पकड़ा. जबकि बहरी थानेदार राम सिंह द्वारा भी एक हाईवा वाहन को जब्त किया गया है.
सिवनी जिले की टीपी पर सीधी में रेत का आवैध परिवहन
कार्रवाई के दौरान पाया गया कि, वाहनों कि टीपी सिवनी जिले के लिए जारी की गई है, लेकिन वाहनों से रेत यूपी भेजी जा रही थी. यह कारनामा,नगर पालिका के पूर्व उपाध्यक्ष द्वारा किया जा रहा था. जब इस मामले में भाजपा जिला अध्यक्ष से सवाल किया गया तो वो बचाव करते दिखे. उनका कहना है कि, टीपी मिस प्रिंटिंग हो सकती है और जिसके लिए किसी को अपराधी नहीं माना जा सकता, वहीं इस मामले में कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने सरकार पर निशाना साधते हए कहा कि, भाजपा की यह परंपरा रही है. फर्जी टीपी बना कर रेत का उत्खनन कर परिवहन करने वाले तो माला माल हो रहे है. सरकार को लाखों का चूना लगा रहे हैं. जांच होने के बाद आरोपी पर दंडात्मक कार्रवाई होनी चाहिए. हालांकि खनिज विभाग को एसडीएम ने मामला सौप दिया है.
हलांकि कार्रवाई तो पुलिस व प्रशासन का काम है . लेकिन रेत तस्करों के हौसले अब इतने बुलंद हो गए हैं कि, ऐसी कार्रवाई का इन पर कोई असर पड़ने वाला नहीं है और किसी न किसी दरवाजे से तो इन्हें अभयदान मिलना ही है.