शिवपुरी। उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से हुई त्रासदी में मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के चार परिवार भी प्रभावित हुए हैं. शिवपुरी जिले से लगे मड़ीखेड़ा पंचायत के धमकन व नरवर के चार युवक लापता हो गए हैं. रविवार रात उनके परिजनों को घटना की सूचना मिली थी. इसके बाद चारों परिवार के लोग देहरादून के लिए रवाना हो गए हैं.
जानकारी के अनुसार मड़ीखेड़ा के धमकन गांव के रहने वाले भानू सिकरवार उम्र 28 वर्ष, गजेंद्र सिंह पवैया उम्र 35 वर्ष, राकेश नरवरिया उम्र 35 वर्ष और सोनू लोधी उम्र 26 साल लापता हैं. चारों ही ऋषिकेश पावर प्लांट में ओम मेटल कंपनी में बेल्डर का काम करते हैं. राकेश नरवरिया करीब 15 दिन पहले ही कंपनी के साथ काम करने के लिए गया था. जबकि सोनू डेढ़ महीने से वहां काम कर रहा था. भानू और गजेंद्र दीपावली के बाद से कंपनी के प्लांट में काम कर रहे थे.
सूचना के बाद देहरादून रवाना हुआ परिवार
धमकन गांव के दो युवक इसी कंपनी के दूसरे प्रोजेक्ट पर काम करते हैं. उन्होंने भानू और गजेंद्र के परिजनों को रविवार को हादसे की सूचना दी और कंपनी से संपर्क करने को कहा. जब परिजनों ने कंपनी में संपर्क किया तो अधिकारियों ने सभी के दस्तावेज लेकर उन्हें देहरादून बुलाया है. इसके बाद चारों के परिजन सोमवार को देहरादून रवाना हुए.
तीन बहिनों का अकेला भाई है सोनू
उत्तराखंड के चमोली जिले में ऋषि गंगा हाइड्रो प्लांट में काम करने वाले सोनू तीन बहनों में अकेला भाई है. सोनू की शादी नहीं हुई है, लेकिन परिवार का पूरा खर्च वही उठाता है.वहीं राकेश, भानू और गजेन्द्र की शादी हो चुकी है. उनके पीछे भी अपना भरा पूरा परिवार है.
क्या है मामला
बता दें कि रविवार सुबह साढ़े दस बजे के करीब तपोवन ऋषिगंगा में ग्लेशियर टूटने की घटना सामने आई थी. जिसमें कई मजदूर मलबे में दब गए थे. इनमें 16 मजदूरों को मलबे से सकुशल बाहर निकाला गया था. अब तक 14 लोगों की मौत बताई जा रही है. अभी भी बड़ी संख्या में मजदूरों के मलबे में दबे होने की आशंका हैं, जिनका रेस्क्यू किया जा रहा है.