शिवपुरी। जिले में प्राइवेट कोचिंग संचालित करने वाले शिक्षकों ने कलेक्टर अनुग्रहा पी को कोचिंग शुरु करवाने का आवेदन दिया था, फिर भी अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है. हालांकि इस समस्या को लेकर कई बार कलेक्टर से गुहार भी लगाई जा चुकी है.
प्राइवेट कोचिंग चलाने वाले शिक्षकों का कहना है कि ऐसी विषम परिस्थिति में मकान का किराया भी चुकाना होता है. बच्चों का भी भरण-पोषण करना होता है. कोचिंग बंद होने से कमाई ठप हो चुकी है. अब भूखों मरने की कगार पर बात आ चुकी हैं. जीवन यापन करने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
प्राइवेट कोचिंग संचालकों का कहना है कि कलेक्टर अनुग्रहा पी को कई बार आवेदन देने के बावजूद भी प्राइवेट कोचिंग सेंटरों के लिए कोई आदेश जारी नहीं किया गया है. इससे लगातार आर्थिक समस्याएं उजागर हो रही है.
प्राइवेट कोचिंग संचालकों का कहना है कि अगर कोचिंग संचालन करने के आदेश कलेक्टर द्वारा दिए जाते है, तो कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए सरकार के सभी नियम-कानून का पालन किया जायेगा. उनका कहना है कि अगर कोचिंग संचालन करने का आदेश नहीं मिलता है, तो आगामी दिनों में भूख हड़ताल किया जायेगा.