शिवपुरी। जिले में हाथ ठेला लगाकर फल बेच रहे एक गरीब को प्रशासन द्वारा अनोखी सजा सुनाई गई. कोलारस अनुविभागीय अधिकारी द्वारा हाथ ठेला पर फल बेच कर रोजी रोटी कमाने वाले गरीब पर कोई चालानी कार्रवाई न करते हुए, गरीब के हाथ ठेले को 10 घंटे तक एसडीएम ऑफिस में खड़ा करवा दिया गया. वहीं एसडीएम ने इस तरह की किसी भी सजा से साफ इंकार किया है. (shivpuri news) (shivpuri hand cart punished by sdm)
10 घंटे तक एसडीएम परिसर में ठेला खड़ा करने की सजा: दरअसल सोमवार को कोलारस एसडीएम बृज बिहारी श्रीवास्तव जब अपने कार्यालय पर पहुंचे तो उन्हें एसडीएम कार्यालय के सामने सोनी चाय वाले की दुकान के पास बीच रोड़ पर एक हाथ ठेले पर फल बेचते हुए एक युवक दिखाई दिया. इससे नाराज होकर एसडीएम ने युवक के साथ ठेले को अपने कार्यालय में खड़ा करवा लिया, इस दौरान युवक को 10 घंटे तक हाथ ठेले को एसडीएम परिसर में खड़े किए जाने की सजा सुनाई गई. हाथ ठेला लगाकर फल बेचने का कार्य करने वाले भूपत सिंह कोली ने बताया कि वह कोलारस नगर के जेल कॉलोनी का रहने वाला है. हाथ ठेला पर वह फल बेचकर जैसे तैसे अपनी दो वक्त की रोजी-रोटी की व्यवस्था कर पाता है. ऐसे में उसे नगर में भ्रमण कर फल को बेचने होते हैं. अब तक उसे व अन्य फल वालों को कोलारस एसडीएम द्वारा बाजार या एसडीएम कार्यालय के बाहर फल के ठेले को खड़ा करने के लिए मना किया जाता है. कई बार वह उसके व अन्य लोगों के हाथ के ठेले खड़े करवा चुके हैं.
एसडीएम ने किया सजा से इंकार: भूपत ने बताया कि आज वह एसडीएम कार्यालय के सामने सोनी चाय वाले के पास खड़ा हुआ था. इसी दौरान एसडीएम साहब ऑफिस के लिए पहुंचे तो उन्होंने कार्रवाई करते हुए उनके ठेले को एसडीएम ऑफिस में खड़ा करवा लिया. जहां उसे कहा गया कि उसका ठेला 10 घंटे तक ऑफिस में ही खड़ा करके रखा जाएगा. हालांकि अनोखी सजा कि खबर फैली तो कुछ ही देर बाद फल के ठेले को छोड़ दिया गया. इस पूरे मामले में कोलारस एसडीएम ब्रिज बिहारी श्रीवास्तव का कहना है कि उनके द्वारा ठेले को 10 घंटे खड़ा रहने की कोई भी सजा नहीं सुनाई गई है. (shivpuri news) (shivpuri hand cart punished by sdm) (shivpuri sdm seized hand cart for 10 hours)