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MP अजब है! सरकारी अस्पताल में डॉक्टर नहीं, सफाई कर्मचारी लगा रहे मरीजों को टांके, वार्ड ब्यॉय करते हैं मरहम पट्टी

मध्यप्रदेश के सरकारी अस्पतालों से लापरवाही को लेकर आए दिन तमाम खबरे देखने व सुनने मिलती हैं. कहीं सुविधाओं का अभाव तो कहीं डॉक्टर व स्टॉफ की कमी होती है. वहीं शिवपुरी के सरकारी अस्पताल में डॉक्टर और स्टॉफ होने के बाद भी मरीजों का इलाज सफाई कर्मचारियों के भरोसे हो रहा है. अस्पताल में मरीजों को डॉक्टर नहीं बल्कि सफाई कर्मचारी टांके डाल रहे हैं. (Shivpuri News) ( negligence in shivpuri government hospital) (patient stitches by sweeper in shivpuri hospital)

negligence in shivpuri government hospital
सरकारी अस्पताल में लापरवाही की हद
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Published : Nov 5, 2022, 3:40 PM IST

Updated : Nov 5, 2022, 4:18 PM IST

शिवपुरी। जिले के बैराड़ में सरकारी अस्पताल में डाक्टरों की लापरवाही के कारण मरीजों की जान से खिलवाड़ हो रहा है. ड्यूटी पर तैनात डाक्टर अपने रूम में बैठकर आराम फरमाते हैं और मरीज को सफाई कर्मचारी के हवाले रखा जाता है. सफाई कर्मचारी एप्रैन पहनकर मरीज को टांके लगाने के साथ मरहम पट्टी भी करते हैं. बैराड़ के सरकारी अस्पताल में एक सफाई कर्मी द्वारा मरीज को टांके लगाने के मामले का खुलासा तब हुआ जब अस्पताल में मौजूद एक मरीज के परिजन ने सफाई कर्मचारी द्वारा मरीज को टांके लगाते और मरहम पट्टी करते हुए वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वीडियो सामने आने के बाद अब सीएमएचओ पवन जैन ने जांच के बाद कार्रवाई की बात की है. (Shivpuri News) ( negligence in shivpuri government hospital)

सफाई कर्मी बोला गिनते थोड़ी है कितने टांके लगाए: जानकारी के अनुसार बीते दिन बैराड़ तहसील क्षेत्र के टौरिया गांव के निवासी हरियान जाटव का बाइक से एक्सीडेंट हो गया था. जिसे इलाज के लिए बैराड़ अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां सफाई कर्मचारी भरत बाल्मिकी ने डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ द्वारा पहनी जाने वाली एप्रैन पहनकर एक्सीडेंट में गंभीर रूप से घायल युवक हरियान जाटव को टांके लगाने के साथ मरहम पट्टी कर उसका इलाज किया. इस दौरान जब सफाई कर्मचारी से पूछा गया कि घायल को कितने टांके लगाए तो उसने कहा 5 या 6 लगाए होंगे, हम गिनते थोड़ी है.

सरकारी अस्पताल में लापरवाही की हद

शहडोल के सीएचसी में खांसी की दवा की जगह दे दी जुएं मारने की दवा, बुजुर्ग मरीज की हालत बिगड़ी

नकल करके पास हुए डॉक्टर नहीं आता इंजेक्शन लगाना: वहीं जब इस मामले को लेकर सफाई कर्मचारी भरत बाल्मिकी से पूछा गया कि अस्पताल में डॉक्टर या नर्सिंग स्टाफ मरीजों का इलाज और टांके नहीं लगाते, तो उसका कहना था कि डॉक्टर तो नकल करके पास हुए हैं. उन्हें इंजेक्शन तक लगाना नहीं आता. यहां सारे काम हम या वार्डबॉय करते हैं.

negligence in shivpuri government hospital
सफाई कर्मचारी ने डाले टांक

इनका कहना है सीएमएचओ पवन जैन: इस पूरे मामले में जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पवन जैन का कहना है कि यह गंभीर विषय है. घायल मरीजों को टांके लगाने का कार्य डॉक्टर या नर्सिंग स्टाफ द्वारा किया जाना चाहिए. किसी भी स्वीपर को ऐसा कार्य करने के लिए बिल्कुल भी स्वीकृति नहीं दी जाती है. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इस मामले की जांच कर कार्रवाई करेंगे. (Shivpuri News) ( negligence in shivpuri government hospital) (patient stitches by sweeper in shivpuri hospital)

शिवपुरी। जिले के बैराड़ में सरकारी अस्पताल में डाक्टरों की लापरवाही के कारण मरीजों की जान से खिलवाड़ हो रहा है. ड्यूटी पर तैनात डाक्टर अपने रूम में बैठकर आराम फरमाते हैं और मरीज को सफाई कर्मचारी के हवाले रखा जाता है. सफाई कर्मचारी एप्रैन पहनकर मरीज को टांके लगाने के साथ मरहम पट्टी भी करते हैं. बैराड़ के सरकारी अस्पताल में एक सफाई कर्मी द्वारा मरीज को टांके लगाने के मामले का खुलासा तब हुआ जब अस्पताल में मौजूद एक मरीज के परिजन ने सफाई कर्मचारी द्वारा मरीज को टांके लगाते और मरहम पट्टी करते हुए वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वीडियो सामने आने के बाद अब सीएमएचओ पवन जैन ने जांच के बाद कार्रवाई की बात की है. (Shivpuri News) ( negligence in shivpuri government hospital)

सफाई कर्मी बोला गिनते थोड़ी है कितने टांके लगाए: जानकारी के अनुसार बीते दिन बैराड़ तहसील क्षेत्र के टौरिया गांव के निवासी हरियान जाटव का बाइक से एक्सीडेंट हो गया था. जिसे इलाज के लिए बैराड़ अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां सफाई कर्मचारी भरत बाल्मिकी ने डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ द्वारा पहनी जाने वाली एप्रैन पहनकर एक्सीडेंट में गंभीर रूप से घायल युवक हरियान जाटव को टांके लगाने के साथ मरहम पट्टी कर उसका इलाज किया. इस दौरान जब सफाई कर्मचारी से पूछा गया कि घायल को कितने टांके लगाए तो उसने कहा 5 या 6 लगाए होंगे, हम गिनते थोड़ी है.

सरकारी अस्पताल में लापरवाही की हद

शहडोल के सीएचसी में खांसी की दवा की जगह दे दी जुएं मारने की दवा, बुजुर्ग मरीज की हालत बिगड़ी

नकल करके पास हुए डॉक्टर नहीं आता इंजेक्शन लगाना: वहीं जब इस मामले को लेकर सफाई कर्मचारी भरत बाल्मिकी से पूछा गया कि अस्पताल में डॉक्टर या नर्सिंग स्टाफ मरीजों का इलाज और टांके नहीं लगाते, तो उसका कहना था कि डॉक्टर तो नकल करके पास हुए हैं. उन्हें इंजेक्शन तक लगाना नहीं आता. यहां सारे काम हम या वार्डबॉय करते हैं.

negligence in shivpuri government hospital
सफाई कर्मचारी ने डाले टांक

इनका कहना है सीएमएचओ पवन जैन: इस पूरे मामले में जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पवन जैन का कहना है कि यह गंभीर विषय है. घायल मरीजों को टांके लगाने का कार्य डॉक्टर या नर्सिंग स्टाफ द्वारा किया जाना चाहिए. किसी भी स्वीपर को ऐसा कार्य करने के लिए बिल्कुल भी स्वीकृति नहीं दी जाती है. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इस मामले की जांच कर कार्रवाई करेंगे. (Shivpuri News) ( negligence in shivpuri government hospital) (patient stitches by sweeper in shivpuri hospital)

Last Updated : Nov 5, 2022, 4:18 PM IST
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