MP VANDE BHARAT METRO: भारतीय रेलवे वंदे भारत ट्रेन के बाद मध्य प्रदेश में एक और ट्रेन चलाने की तैयारी कर रहा है, जो इंट्रा-सिटी ट्रांसपोर्ट को मजबूत करेगी. इसका संचालन 200 से 300 किलोमीटर की दूरी में किया जाएगा. जिससे इस ट्रेन का फायदा प्रतिदिन अपडाउन करने वाले यात्रियों के साथ अन्य लोगों को मिले. दरअसल, यह ट्रेन वंदे भारत की तरह सुपरफास्ट ट्रेन होगी, जो दो शहरों के बीच चलाई जाएगी.
ट्रेनों में अप-डाउनर्स का कम होगा लोड
बता दें कि वर्तमान में भारत के रेलवे नेटवर्क में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के सफल संचालन के बाद वंदे भारत मेट्रो की तैयारी चल रही है. ये ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस की तरह लंबी दूरी पर नहीं, बल्कि इंट्रा-सिटी ट्रांसपोर्ट का काम करेगी. वंदे भारत मेट्रो शुरू करने का मकसद लंबी दूरी की ट्रेनों में अप-डाउन करने वाले यात्रियों का लोड कम करना और बड़े शहरों को नजदीकी शहरों से जोड़ना है. नई वंदे भारत मेट्रो ट्रेनों के लिए रेलवे जल्द ही शेड्यूल जारी करेगा.
तीन नए रूट पर दौड़ेगी वंदे भारत मेट्रो
सीएम डॉ. मोहन यादव ने बताया कि "भोपाल से वंदे भारत मेट्रो ट्रेन के 3 रूट स्वीकृत हुए हैं. इनमें एक वंदे भारत मेट्रो भोपाल से नर्मदापुरम (होशंगाबाद), इटारसी होते हुए बैतूल तक जाएगी. जबकि दूसरी वंदे भारत मेट्रो ट्रेन भोपाल से बीना होते हुए सागर तक जाएगी. इसी प्रकार तीसरी वंदे भारत मेट्रो ट्रेन भोपाल से सीहोर होते हुए शाजापुर तक जाएगी. सीएम डॉ. यादव ने बताया कि रेलवे अधिकारी इन वंदे भारत मेट्रो ट्रेन की तैयारी में लगे हैं."
वंदे भारत मेट्रो में होंगे 12 कोच
भोपाल रेल मंडल के पीआरओ नवल अग्रवाल ने बताया कि "प्रत्येक वंदे भारत मेट्रो में एक यूनिक कोच कॉन्फ़िगरेशन होगा. ऐसे 4 कोच मिलकर एक यूनिट का निर्माण करेंगे. इसके अलावा हर वंदे भारत मेट्रो में कम से कम 12 कोच होंगे. शुरुआत में रेलवे कम से कम 12 कोच वाली वंदे मेट्रो लांच करेगा. इसके बाद मांग के आधार पर 16 कोच तक बढ़ाएगा. अग्रवाल ने बताया कि वंदे मेट्रो 110 किमी प्रति घंटा की अधिकतम गति से चलती है. वहीं वंदे मेट्रो ट्रेन को टक्कर रोधी ‘कवच’ जैसी उन्नत सुरक्षा प्रणाली से सुसज्जित किया गया है. जिसमें 1,150 यात्रियों के बैठने की सुविधा होगी."
वंदे भारत मेट्रो में अपडाउनर्स को छूट
वंदे भारत मेट्रो ट्रेन में कम से कम किराया 30 रुपये का होगा. इस पर सुपरफास्ट सरचार्ज, रिजर्वेशन चार्ज, जीएसटी भी देना होगा. यदि आप इसमें 50 किलोमीटर की यात्रा करते हैं, तो आपको 60 रुपये और जीएसटी एवं अन्य एप्लीकेबल चार्ज देने होंगे. इससे ऊपर हर किलोमीटर पर 1.20 रुपये का मूल किराया बढ़ते जाएगा. हालांकि अपडाउनर्स को किराए में छूट दी जाएगी. इसमें एमएसटी या सीजनल टिकट वैलिड होगा, लेकिन आम मेल और एक्सप्रेस या पैंसेंजर ट्रेन के लिए जारी होने वाली एमएसटी इसमें लागू नहीं होगा. इसके लिए अलग से एमएसटी जारी होगा, जो सप्ताहिक, पाक्षिक या मासिक टिकट होगा.
ऑटोमेटिक डोर व अन्य आधुनिक सुविधाओं से लैस
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि वंदे भारत मेट्रो को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है. ये ट्रेन पूरी तरह से अनारक्षित और वातानुकूलित है. यात्री ट्रेन के प्रस्थान से कुछ समय पहले काउंटर से टिकट खरीद सकेंगे. इस ट्रेन को स्वदेशी सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन वंदे भारत की तर्ज पर डिजाइन किया गया है. इस ट्रेन को वंदे भारत के ही रोलिंग स्टॉक पर डेवलप किया गया है. इसलिए इसमें ऑटोमेटिक डोर लगाए गए हैं. अभी तक आपने भारतीय रेल की इंटरसिटी ट्रेन या लोकल ट्रेन में ऑटोमेटिक डोर की सुविधा नहीं थी. इसका फायदा ये होगा कि ट्रेन के चलने के बाद कोई पैसेंजर दरवाजे या पायदान पर खड़े नहीं हो सकेंगे.