शिवपुरी: आपने शासकीय कर्मचारी को किसी भी काम के बदले रिश्वत मांगने के मामले तो सुने और देखे होंगे. लेकिन जनसुनवाई में पहुंची एक बुजुर्ग महिला ने रोजगार सहायक सचिव पर रिश्वत नहीं पैसे छीनने का आरोप लगाया है. कलेक्ट्रेट कार्यालय में जनसुनवाई में बुजुर्ग महिला मंगलवार को पहुंची. 80 वर्षीय महिला पोहरी विधानसभा के परिच्छा गांव की रहने वाली है. महिला ने सहायक सचिव पर प्रधानमंत्री आवास योजना की अंतिम 40 हजार रुपए की किश्त छीनने का आरोप लगाए है. उसके बाद कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए हैं.
कलेक्टर को बताई आपबीती: जनसुनवाई में पहुंची पीड़िता नारायणी, पत्नी प्रभूदयाल शिवहरे ग्राम परिच्छा की रहने वाली है और उसने कलेक्टर से शिकायत की. उन्होंने बताया कि "प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उसे कुटीर स्वीकृत हुई थी. जिसकी अंतिम किश्त 40 हजार रुपए उसके खाते में आ गई. उसने बैंक से धन निकाला और घर आने लगी. तभी रास्ते में उसे परिच्छा गांव का सहायक सेक्रेट्री हेमंत गोस्वामी मिल गए. उसने उसे रोककर कहा कि खाते में जो रुपए आए हैं, वह किसी दूसरी नारायणी के हैं और यह कहकर उसने उसके हाथ से रुपए छीन लिए. गिनने के बाद सारी रकम अपने पास रख ली और इसके बाद वहां से वो चले गए."
सहायक सचिव द्वारा रुपए छीनने के बाद वह पोहरी थाने शिकायत दर्ज कराने पहुंची, लेकिन वहां पुलिस ने उसकी कोई सुनवाई नहीं की. इसके बाद उसने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की. लेकिन वहां से भी कोई निराकरण नहीं हुआ. शिकायत के बाद से ही सेक्रेट्री लगातार उसे जान से मारने की धमकी दे रहा है. इससे परेशान होकर वह जनसुनवाई में आई है."
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सहायक सेक्रेट्री हेमंत गोस्वामी ने रखा पक्ष: इस पूरे मामले में परिच्छा गांव के सहायक सेक्रेट्री हेमंत गोस्वामी का पक्ष पूछा गया तो उनका कहना है कि महिला के द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं. महिला को आवास की तीसरी किस्त मिल चुकी है और उन पैसों को वह खर्च कर चुकी है. जबकि महिला को उन पैसों का इस्तेमाल आवास की छत डालने के लिए करना था. महिला ने आज तक आवास की छत नहीं डलवाई है. टोकने के बाद महिला झूठे आरोप लगाते हुए कई महीने से शिकायत कर रही है.