शिवपुरी। मध्य प्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं वैसे-वैसे नेताओं की घर वापसी का दौर लगातार जारी है. विधानसभा चुनाव से पहले आज गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है. शिवपुरी जिले की कोलारस विधानसभा से भाजपा विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. जिले की कोलारस विधानसभा से भाजपा विधायक वीरेंद्र रघुवंशी आज 10:00 बजे अपने शिवपुरी निवास पर प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की. प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से विधायक ने अपनी बात पार्टी के शीर्ष नेतृत्व तक रखी.
कांग्रेस में हो सकते हैं शामिल: इस्तीफा देने के बाद वीरेंद्र रघुवंशी किस पार्टी में शामिल होंगे इस बात का उन्होंने अभी खुलासा नहीं किया है. उनका कहना है कि "क्षेत्र के नागरिक अपने समर्थक हैं. उनसे सुझाव लूंगा इसके बाद कोई निर्णय लूंगा.'' सूत्र बता रहे हैं कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी भोपाल में पीसीसी चीफ कमलनाथ के समक्ष कांग्रेस पार्टी में शामिल हो सकते हैं.
क्या लिखा इस्तीफे में: वीरेंद्र रघुवंशी ने अपने इस्तीफे में लिखा कि ''मुझे पार्टी में नजर अंदाज किया जा रहा था. मैंने अपनी पीढ़ा शीर्ष नेतृत्व को बताना चाही, लेकिन ने इस और ध्यान नहीं दिया. पूरे ग्वालियर-चंबल संभाग में मेरे जैसे पार्टी के कई कार्यकर्ताओं की उपेक्षा नवागत भाजपाई करते रहे और यह सब आज तक हमारे साथ सिर्फ इसलिए होता रहा है चुकि हमने पूरी निष्ठा व ईमानदारी से 2014 एवं 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का काम किया एवं सफलता पाई. शिवपुरी जिले एवं कोलारस विधानसभा में भ्रष्ट अधिकारियों की पोस्टिंग सिर्फ इसलिए की जा रही है, ताकि वे मेरे हर विकास कार्य में रूकावटें उत्पन्न कर सकें व मुझे एवं मेरे कार्यकर्ताओं को परेशान कर सकें. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यह कह कर कांग्रेस की सरकार गिराई थी कि किसानों का 2 लाख का कर्ज माफ नहीं किया जा रहा.''
कई बार झलका विधायक का दर्द: बता दें कि वीरेंद्र रघुवंशी भारतीय जनता पार्टी में अपने ही लोगों से परेशान नजर आ रहे हैं. कई बार उनका दर्द भी झलका है. मंच से बिना नाम लिए कई बार उन्होंने अपने लोगों पर काम न करने देने के आरोप भी लगाए हैं. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से भाजपा पार्टी में शामिल होने के बाद वीरेंद्र रघुवंशी सिंधिया समर्थकों से काफी नाराज दिखाई दिए हैं. कई बार मंच पर उनका दर्द झलका है. आज कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी भाजपा पार्टी से इस्तीफा दे दिया. वीरेंद्र रघुवंशी 2018 में कोलारस विधानसभा से लगभग 750 वोटों से चुनाव जीते थे.
फोन पर मिली थी जान से मारने की धमकी: बता दें कि जिले के कोलारस विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक वीरेंद्र रघुवंशी को 12 अप्रैल 2023 को जान से मारने की धमकी मिली थी. एक अज्ञात व्यक्ति ने विधायक के मोबाइल पर कॉल करके उन्हें धमकाया था. फोन करने वाले ने धमकी देते हुए कहा था कि मेरे गांव में आना, टुकड़े-टुकड़े कर दूंगा. इस घटना के बाद प्रदेश का सियासी माहौल गर्मा गया था.
सिंधिया से मनमुटाव के बाद भाजपा में हुए थे शामिल: बता दें कि वीरेंद्र रघुवंशी पहले कांग्रेस में थे. वह सिंधिया समर्थक माने जाते थे. 2007 में वह कोलारस विधानसभा उपचुनाव में बतौर कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव जीते थे. लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया से मनमुटाव के बाद उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी ज्वाइन कर ली थी. बीजेपी ने 2018 में उन्हें कोलारस विधानसभा से टिकट दिया था और वह चुनाव जीतकर विधायक बने थे.