शिवपुरी। नरवर थाने की पुलिस ने भीमपुर ग्राम पंचायत के रहवासी रामनरेश सिंह कुशवाह के खिलाफ 2 सितंबर को एकाएक कार्रवाई करते हुए उसे आबकारी एक्ट का आरोपी बना दिया है, जिसके खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर करैरा उपजेल भेज दिया गया है. वहीं इस मामले में पुलिस के खिलाफ युवक का परिवार एसपी से शिकायत करने पहुंचा है, युवक के पिता का कहना है कि रामनरेश कुशवाह ना तो शराब विक्रय करता था और ना ही किसी भी तरह के गलत काम में लिप्त रहा है.
परिजन का आरोप है कि भीमपुर ग्राम पंचायत में हो रहे भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए रामनरेश सिंह कुशवाह अक्सर ग्रामवासियों की मदद करता था. बस यही ग्राम पंचायत सचिव सूरज भान और सरपंच कृपाल सिंह बघेल को पसंद नहीं आय और रामनरेश को फंसाकर झूठा मामला दर्ज करवाकर आरोपी बना दिया.
रामनरेश के पिता हाकिम सिंह कुशवाह ने आबकारी एक्ट के मामले की कार्रवाई को झूठा बताया है. इसी संबंध में ज्ञापन सौंपकर पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल से मामले की जांच कर संबंधित दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई गई है, जिस पर एसपी ने फरियादी पिता को एसडीओपी जीडी शर्मा से जांच कराने का आश्वासन दिया है.
RTI के तहत दी जानी है सूचना
इसी क्रम में आरटीआई के तहत रामनरेश कुशवाह द्वारा भीमपुर में भ्रष्टाचार को लेकर जानकारी मांगी गई थी, जो 4 सितंबर यानी आज दी जानी है. इसे लेकर फरियादी हाकिम सिंह का कहना है कि आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी में उसके बेटे को झूठा फंसाया गया है. साथ ही उसे उप जेल भेज दिया गया है. ऐसे में बेटे की अनुपस्थिति में जिला पंचायत सीईओ को आवेदन दिया गया है, जिसमें भीमपुर के भ्रष्टाचार को लेकर जानकारी प्रदाय की जाने की मांग की गई है.