शिवपुरी। कोरोना के इस समय में लोगों को अपनी सांसों को सुरक्षित करने की चुनौती है. कुछ ऐसी सांसें जो अस्पतालों में अचानक थम रही हैं. इन सांसों को बचाने के लिए जिसको जैसा बन पा रहा है, वह वैसा ही अपनी पूरी कोशिश कर रहा है. इसी तरह दस दिन पहले सांसों को बचाने की एक कोशिश जिले के करैरा में की गई. यह कोशिश एक बेटे और उसकी मां ने शुरू की थी, जो मदर्स डे पर साकार हो गया.
मित्र की मौत से दहल गया विपिन
कोरोना की दूसरी लहर के कहर से करैरा कांप उठा है. छोटे से कस्बे में रोजाना 4-5 लोगों की मौत की खबर मिली थी. इन सांसों को थमते देख करैरा के विपिन गुप्ता का दिल उस वक्त दहल गया, जब उसके एक मित्र की मौत हो गई. अब फिर किसी मां की गोद सुनी न हो, इस लिए विपिन के अपनी मां जया गुप्ता के साथ मिलकर लोगों के सांसों को बचाने की मुहिम शुरू की. विपिन ने यह मुहिम सोशल मीडिया पर शुरू की. बता दें कि विपिन की मां सेलटैक्स निरीक्षक है. उन्होंने अपने बच्चे के इस जनसेवा में साथ देने का वादा किया.
मां के साथ मिलकर शुरू की जनसेवा की मुहिम
विपिन ने ऑक्सीजन कंसेट्रेटर खरीदने के लिए सोशल मीडिया पर राशि एकत्र करने का संदेश डाला. इसे पढ़कर लोगों का जुड़ाव शुरू हुआ. मात्र 10 दिन में ही 47 लोग जुड़ गए और करीब 1 लाख 7 हजार की राशि एकत्र हो गई. विपिन ने अपनी मां के साथ मिलकर सात-सात लीटर की क्षमता वाले दो ऑक्सीजन कंसट्रेटर खरीदें और आज मदर्स डे पर करैरा व दिनारा अस्पताल पर इन्हें भेंट किया.
ऐसे मिला विपिन को परिवार और समाज का साथ
ऑक्सीजन की अभाव में किसी मां के बेटे की सांसे न थमे. इसलिए विपिन ने अस्पतालों में ऑक्सीजन कंसट्रेटर पहुंचाने की मुहिम शुरू की. उसका लक्ष्य सांसे बचना था. कीमत और सहयोग का कोई अंदाज नहीं था. इस लिए विपिन और उनकी मां जया ने परिवार से ही इस मुहिम की शुरुआत की .15 हजार की सहयोग राशि देते हुए विपिन के पिता ने भरोसा दिलाया कि शुरुआत करों, यदि राशि कम पड़ी तो वह मदद करेंगे. एक कहावत है न कि नेक काम मे ईश्वर भी मदद करता है. यह बात भी सही साबित हुई. करैरा और आसपास के लोगों ने इस मुहिम में दिल खोल कर सहयोग किया. जैसे ही 1 लाख की राशि एकत्र हुई. तो दो ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर मदर्स डे पर करैरा और दिनारा के अस्पताल के चिकित्सकों, तहसीलदार जीएस वेरबा और सीएमओ के शिवहरे की उपास्थिति में सौंपे गए. मुहिम को लेकर जया गुप्ता कहती हैं कि यह के लोगों की मुहिम बन गई है. उन्होंने उम्मीद से ज्यादा सहयोग किया. दिनारा उनकी जन्म भूमि है और करैरा कर्म भूमि इस लिए दोनों जगह एक-एक ऑक्सीजन कंसेट्रेटर दिया है.
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अस्पताल प्रबंधन ने की सराहना
इस सहयोग के लिए अस्पताल प्रबंधन सराहना की. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दिनारा के प्रभारी डॉ अरविंद अग्रवाल और करैरा ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ बी. के. रावत को जब यह ऑक्सीजन उपकरण भेंट किए गए, तो उन्होंने भी ने मां-बेटे की इस मुहिम की तारीफ की और मदर्स डे पर इसे जन सहयोग से अनमोल उपहार बताया.