शिवपुरी। खेराई गांव रहने वाला 26 वर्षीय अर्जुन परिहार पुत्र रमेश परिहार शुक्रवार शाम अपने ससुराल झांसी जिले के डगरवा गांव के लिए निकला था. आरोप है कि इसी दौरान उसे जब वह टीला वायपास रोड पावर हाउस के पास जितेंद्र यादव, धर्मेंद्र यादव, सुकून यादव, मनोहर यादव अख्तर यादव, कलूटी यादव ने रोक लिया और उसकी निर्मम हत्या कर दी और मौके से फरार हो गए. सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम में रखवा कर परिजनों तक सूचना पहुंचाई.
रातभर थाने में बैठा रहा परिवार : मृतक अर्जुन के भाई राजबहादुर ने बताया कि वह रातभर करैरा थाने में शिकायत दर्ज कराने के लिए अपने परिजनों के साथ बैठे रहे परंतु थाने में कोई सुनवाई नहीं हुई. जबकि उसके भाई की हत्या जितेंद्र यादव, धर्मेंद्र यादव, सुमन यादव, मनोहर यादव, अख्तर यादव, कलूटी यादव द्वारा की गई है. जब दोपहर तक सुनवाई नहीं हुई तो इसके बाद उन्होंने सड़क को जाम कर हत्या की धाराओं में मामला दर्ज करने की मांग की. राजबहादुर से बताया कि इन सभी से पुरानी रंजिश चली आ रही है. पूर्व में इन्हीं लोगों ने अर्जुन, जितेंद्र और विनोद सेन को झूठे केस में फंसा कर जेल पहुंचा दिया था. पांच दिन जेल में रहकर अर्जुन, जितेंद्र और विनोद सेन छुटे थे.
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पुरानी रंजिश चल रही थी : रंजिश के चलते अर्जुन की घेरकर निर्मम हत्या कर दी गई. मृतक अर्जुन परिहार के भाई राजबहादुर ने बताया कि अर्जुन की पत्नी गर्भवती है. उसे आज डिलीवरी के लिए झांसी के अस्पताल में भर्ती कराना था. इसी के लिए उसका भाई अर्जुन मोटरसाइकिल से अपनी ससुराल जा रहा था. अर्जुन घर से अस्पताल सहित अन्य खर्चों के लिए लेकर निकला था. संभवतः आज अर्जुन देर शाम तक पिता बनने की खुशी सुना सकता था. परन्तु इससे पहले रंजिशन अर्जुन की हत्या कर दी गई. सतीश चौहान थाना प्रभारी करैरा का कहना है कि मामले की जांच चल रही है.