शिवपुरी। कोलारस से बीजेपी विधायक बीरेंद्र रघुवंशी और शिवपुरी के प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बीच तलवारें खिंच गई हैं. बीरेंद्र रघुवंशी के आरोपों को मंत्री ने निराधार बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है. माधवराव सिंधिया के नाम पर मेडिकल कॉलेज के नाम का निर्माण सर्वसम्मति से लिया गया है.
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Madhya Pradesh Minister Pradhuman Singh Tomar on allegations by BJP MLA Birendra Raghuvanshi: I am not aware of any such incident. The decision to name the medical college after late Madhavrao Scindia was taken with consensus. (18.11) https://t.co/ZhypCatL0O pic.twitter.com/zjfggvxea8
— ANI (@ANI) November 19, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) November 19, 2019Madhya Pradesh Minister Pradhuman Singh Tomar on allegations by BJP MLA Birendra Raghuvanshi: I am not aware of any such incident. The decision to name the medical college after late Madhavrao Scindia was taken with consensus. (18.11) https://t.co/ZhypCatL0O pic.twitter.com/zjfggvxea8
— ANI (@ANI) November 19, 2019
बीजेपी विधायक बीरेंद्र रघुवंशी ने मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर पर जान से मारने का आरोप लगाया था. ये वाकया सोमवार को जिला योजना समिति की बैठक के दौरान हुआ था. जिसमें प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भी मौजूद थे. विधायक का आरोप है कि जिला योजना समिति की बैठक में जब मेडिकल कॉलेज के नामकरण की बात आई तो उन्होंने माधवराव सिंधिया की बजाय महात्मा गांधी के नाम पर नामकरण करने का प्रस्ताव रखा, जिस पर प्रभारी मंत्री बिफर गए और धमकी देने लगे.
ये है विवाद की वजह
प्रभारी मंत्री व विधायक के बीच विवाद की वजह शिवपुरी के मेडिकल कॉलेज का नामकरण है. प्रभारी मंत्री व अन्य कांग्रेसी मेडिकल कॉलेज का नाम माधवराव सिंधिया के नाम से रखने की बात कह रहे थे, जबकि कोलारस से बीजेपी विधायक वीरेंद्र रघुवंशी की मांग थी कि मेडिकल कॉलेज का नाम महात्मा गांधी के नाम पर रखा जाए.