ETV Bharat / state

सायलो केंद्र पर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की कतार, 15 दिन बाद भी नहीं आ रहा नंबर - कोरोना संक्रमण की वजह से खरीदी प्रभावित

शिवपुरी के करैरा में सायलो केंद्र पर गेहूं तुलवाने आ रहे किसानों को 15 दिनों का इंतजार करना पड़ रहा है. जिसके चलते किसान खासे परेशान हैं. वहीं सायलो के जीएम का कहना है कि हमारे कर्मचारी संक्रमित हैं, और कई बार मशीन भी खराब रहती है. इसीलिए तुलाई में देरी हो रही है.

Line of tractor-trolleys at silo center, number not even after 15 days
सायलो केंद्र पर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की कतार, 15 दिन बाद भी नहीं आया नंबर
author img

By

Published : May 14, 2021, 5:19 PM IST

शिवपुरी। जिले के करैरा टीला रोड स्थित सायलो केंद्र पर गेहूं तुलवाने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की लंबी कतार लगी हुई है हालात यह हैं कि किसान पंद्रह दिनों से अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे हैं. इसके बाद भी किसानों की उपज नहीं तुल पा रही है समर्थन मूल्य पर खरीदी में हो रही देरी से किसान भारी परेशान हैं और बदइंतजामी को लेकर खासी नाराजगी भी है। साथ ही जिन किसानों के पास ट्रैक्टर-ट्रॉलियां नहीं हैं, उन्हें हर दिन भाड़ा भी बढ़ रहा है। किसानों को समय के साथ आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है.

कोलारस के भेड़ फार्म से सायलो केंद्र करैरा शिफ्ट करने पर भाजपा नेताओं ने बड़ी उपलब्धि मानकर फीता काटा और गेहूं खरीदी की शुरूआत कर दी, लेकिन बाद में पलटकर नहीं देखा कि खरीदी ठीक से चल भी रही है या नहीं, हालात यह हैं कि सायलो केंद्र पर कभी मशीन खराब हो जाती है तो कभी कर्मचारी बीमार हो जाता है। दो-तीन दिन से आंधी के साथ बारिश के चलते भी खरीदी रोकना पड़ी, इस वजह से किसानों के नंबर आने में काफी समय लग रहा है किसान घर से दूर सायलो केंद्र पर ट्रैक्टर-ट्रॉलियां लेकर डटे हैं और यहीं रातें और भरी दोपहरी काट रहे हैं.

किसानों ने बताया कि सायलो केंद्र पर छाया और पानी की व्यवस्था तक नहीं है. भोजन के लिए भी हर दिन बाइक से घर जाते हैं. इस तरह हर दिन 200 रु. का पेट्रोल जल जाता है हालात यह हैं कि जिन किसानों का 15 दिन बाद नंबर आता है तो कई का सैंपल फेल कर देते हैं। किसान बाजार में औने-पाने दामों में गेहूं बेचकर चले जाते हैं. किसानों ने दबी जुबान में स्वीकारा कि सांठगांठ के बिना नंबर के तौल की जा रही है.

4.50 लाख क्विंटल खरीदी का लक्ष्य, खरीद हुई 1.70 क्विंटल

पनामा एग्रीकल्चर कंपनी द्वारा करैरा स्थित सायलो केंद्र पर इस साल 4.50 लाख क्विंटल गेहूं खरीदी का लक्ष्य रखा था लेकिन अभी तक महज 1.70 लाख क्विंटल ही गेहूं खरीदा जा सकता है जबकि खरीदी की आखिरी तारीख 25 मई 2021 नजदीक है बारह दिन में दी खरीदी संभव नहीं हो पाएगी.
किसान बोले- हर दिन 500 रुपए का भाड़ा लग रहा

आमोलपठा गांव के किसान गिल्लू प्रजापति ने हाथ जोड़कर कहा कि वह 29 अप्रैल से गेहूं लेकर आया है, फिर भी नंबर नहीं आया, जुझाई के किसान खेमराज लोधी का कहना है कि हमें कभी मशीन खराब बता देते हैं तो कभी शाम होने पर तुलाई बंद कर देते हैं भाड़े पर ट्रैक्टर-ट्रॉली लाए हैं, आज 14 दिन हो गए और हर दिन 500 रु. भाड़ा लग रहा है. किसान रामस्वरूप गुर्जर ने बताया कि वह 30 अप्रैल से गेहूं लेकर खड़ा है। अभी तक नंबर नहीं आया। तीन-चार दिन से बारिश हो रही है, इससे पहले मशीन खराब बताकर खरीदी बीच में कई बार बंद रखी.

कोरोना संक्रमण की वजह से खरीदी प्रभावित

पनामा सायलो केंद्र के जीएम विजय फड़तरे का कहना है कि कोविड की वजह से खरीदी प्रभावित हो रही है हमारे कर्मचारी पॉजिटिव हो जाते हैं और कई बार मशीन भी खराब रहती है इस बार गेहूं खरीदी में परेशानी आ रही है फिर भी कोशिश कर रहे हैं कि किसानों को किसी भी तरह की परेशानी ना हो.

शिवपुरी। जिले के करैरा टीला रोड स्थित सायलो केंद्र पर गेहूं तुलवाने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की लंबी कतार लगी हुई है हालात यह हैं कि किसान पंद्रह दिनों से अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे हैं. इसके बाद भी किसानों की उपज नहीं तुल पा रही है समर्थन मूल्य पर खरीदी में हो रही देरी से किसान भारी परेशान हैं और बदइंतजामी को लेकर खासी नाराजगी भी है। साथ ही जिन किसानों के पास ट्रैक्टर-ट्रॉलियां नहीं हैं, उन्हें हर दिन भाड़ा भी बढ़ रहा है। किसानों को समय के साथ आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है.

कोलारस के भेड़ फार्म से सायलो केंद्र करैरा शिफ्ट करने पर भाजपा नेताओं ने बड़ी उपलब्धि मानकर फीता काटा और गेहूं खरीदी की शुरूआत कर दी, लेकिन बाद में पलटकर नहीं देखा कि खरीदी ठीक से चल भी रही है या नहीं, हालात यह हैं कि सायलो केंद्र पर कभी मशीन खराब हो जाती है तो कभी कर्मचारी बीमार हो जाता है। दो-तीन दिन से आंधी के साथ बारिश के चलते भी खरीदी रोकना पड़ी, इस वजह से किसानों के नंबर आने में काफी समय लग रहा है किसान घर से दूर सायलो केंद्र पर ट्रैक्टर-ट्रॉलियां लेकर डटे हैं और यहीं रातें और भरी दोपहरी काट रहे हैं.

किसानों ने बताया कि सायलो केंद्र पर छाया और पानी की व्यवस्था तक नहीं है. भोजन के लिए भी हर दिन बाइक से घर जाते हैं. इस तरह हर दिन 200 रु. का पेट्रोल जल जाता है हालात यह हैं कि जिन किसानों का 15 दिन बाद नंबर आता है तो कई का सैंपल फेल कर देते हैं। किसान बाजार में औने-पाने दामों में गेहूं बेचकर चले जाते हैं. किसानों ने दबी जुबान में स्वीकारा कि सांठगांठ के बिना नंबर के तौल की जा रही है.

4.50 लाख क्विंटल खरीदी का लक्ष्य, खरीद हुई 1.70 क्विंटल

पनामा एग्रीकल्चर कंपनी द्वारा करैरा स्थित सायलो केंद्र पर इस साल 4.50 लाख क्विंटल गेहूं खरीदी का लक्ष्य रखा था लेकिन अभी तक महज 1.70 लाख क्विंटल ही गेहूं खरीदा जा सकता है जबकि खरीदी की आखिरी तारीख 25 मई 2021 नजदीक है बारह दिन में दी खरीदी संभव नहीं हो पाएगी.
किसान बोले- हर दिन 500 रुपए का भाड़ा लग रहा

आमोलपठा गांव के किसान गिल्लू प्रजापति ने हाथ जोड़कर कहा कि वह 29 अप्रैल से गेहूं लेकर आया है, फिर भी नंबर नहीं आया, जुझाई के किसान खेमराज लोधी का कहना है कि हमें कभी मशीन खराब बता देते हैं तो कभी शाम होने पर तुलाई बंद कर देते हैं भाड़े पर ट्रैक्टर-ट्रॉली लाए हैं, आज 14 दिन हो गए और हर दिन 500 रु. भाड़ा लग रहा है. किसान रामस्वरूप गुर्जर ने बताया कि वह 30 अप्रैल से गेहूं लेकर खड़ा है। अभी तक नंबर नहीं आया। तीन-चार दिन से बारिश हो रही है, इससे पहले मशीन खराब बताकर खरीदी बीच में कई बार बंद रखी.

कोरोना संक्रमण की वजह से खरीदी प्रभावित

पनामा सायलो केंद्र के जीएम विजय फड़तरे का कहना है कि कोविड की वजह से खरीदी प्रभावित हो रही है हमारे कर्मचारी पॉजिटिव हो जाते हैं और कई बार मशीन भी खराब रहती है इस बार गेहूं खरीदी में परेशानी आ रही है फिर भी कोशिश कर रहे हैं कि किसानों को किसी भी तरह की परेशानी ना हो.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.