शिवपुरी। एमपी में इस साल के आखिरी के महीनों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पर दिए गए तोप वाले बयान ने मध्यप्रदेश की राजनीति को गरमा दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बयान पर अब सिंधिया खेमे और मध्य प्रदेश सरकार में पीडब्ल्यूडी विभाग के राज्यमंत्री सुरेश धाकड़ रांठखेड़ा ने पलटवार किया है. रांठखेड़ा ने कहा कि सिंधिया वह तोप हैं, जब उस तोप का गोला चला तो कमलनाथ जी सड़क पर औंधे मुंह जा गिरे. राज्यमंत्री ने कहा कि सिंधिया इतनी बड़ी तोप हैं कि वह जिधर नजर करते हैं उधर ही सरकार चल देती है.
ख्वाब देख रहे हैं कमलनाथ: पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री सुरेश धाकड़ रांठखेड़ा ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस और कमलनाथ जी के पास कुछ बचा नहीं है. उसके बाद भी कमलनाथ जी 2023 में सरकार बनाने के ख्वाब देख रहे हैं. राज्यमंत्री ने कहा कि 2023 में शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनेगी और 2024 का लोकसभा चुनाव भी बीजेपी मोदी जी के नेतृत्व में जीतेगी.
पंचायत मंत्री ने खुद को बताया सिंधिया का सेवक: एक ओर कमलनाथ के बयान को लेकर सियासत गरमाई हुई है वहीं दूशरी ओर एमपी के पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने खुद को सिंधिया का हनुमान जैसा सेवक बता दिया. एमपी के नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने पलटवार किया है. पंचायत मंत्री ने कहा कि "मेरे लिए सिंधिया जी मेरे भगवान श्रीराम की तरह है और मैं उनका सेवक हनुमान हूं, और सेवक का काम है अपने प्रभु के कार्यों को करना उनके संकल्प को पूरा करना."
राघोगढ़ में होगा चमत्कार: पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने जयवर्धन सिंह के खिलाफ राघोगढ़ से चुनाव लड़ने की गोविंद सिंह की चुनौती को लेकर कहा कि, "यह कहना चाहता हूं कि पहले पूर्व विधायक स्वर्गीय मूल सिंह दादाभाई के चिरंजीव हीरेन्द्र सिंह बंटी से ही जयवर्धन सिंह निपट लें, इसके बाद मेरा नंबर आएगा." मंत्री ने कहा कि इस बार राघोगढ़ नगरपालिका में भी और राघोगढ़ विधानसभा में भी चमत्कार होगा, जो कभी नहीं हुआ वह होगा. गौरतलब है कि नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने मंत्री सिसोदिया को सिंधिया का नौकर,चमचा ,चापलूस बताया था.