शिवपुरी। जिले के बदरवास विकासखण्ड के शासकीय अस्पताल में पहली बार अल्ट्रा सोनोग्राफी मशीन से गर्भवती महिलाओं की जांच प्रारंभ की गई है. इस व्यवस्था के प्रारंभ होने पर कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने महिला चिकित्सक प्रणिता जैन को फोन कर धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि आपके माध्यम से गंभीर अवस्था वाली गर्भवती महिलाओं को यह सेवा मिल पा रही है. इसके साथ ही उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.पवन जैन को भी सक्रियता से यह कार्य प्रारंभ करने पर बधाई दी. (Investigation with ultra sonography machine)
पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन का विकासखण्ड स्तर पर मिल रहा लाभः मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.पवन जैन ने प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा अभियान के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि शिवपुरी जिले में यह अभियान कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह के मार्गदर्शन में संचालित है. अभियान में जिला चिकित्सालय शिवपुरी से विशेषज्ञ चिकित्सकों का दल प्रतिमाह विकासखण्ड स्तर तक भेजा जा रहा है. जो गंभीर गर्भावस्था के लक्षण वाली महिलाओं का चयन कर उन्हें उपचार प्रदान कर रही है. यह प्रयास मातृ मृत्यु दर में कमी लाने के लिए मील का पत्थर साबित हो रहा है. पिछले दिनों हुई पीसी पीएनडीटी कमेटी की बैठक में इस अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रा सोनोग्राफी का लाभ प्रदान करने के लिए पोर्टेबल मशीन विकासखण्ड स्तर पर भेजे जाने की सहमति बनी थी. (Machine getting benefits development block level)
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148 गर्भवती महिलाओं का हुआ परीक्षणः शिवपुरी कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह के निर्देशानुसार जिले के सुदूर विकासखण्ड बदरवास के शासकीय सामुदायिक स्वास्थ्य के में गर्भवती महिलाओं की जांच अल्ट्रा सोनोग्राफी मशीन से की गई. ऐसा पहली बार हुआ कि विकास खण्ड स्तर पर गर्भस्थ शिशु की जांच विकासखण्ड स्तर पर हुई है. बदरवास में 148 गर्भवती महिलाओं का पंजीयन कर उनका परीक्षण किया गया. जिसमें से 11 महिलाओं को सोनोग्राफी की आवश्यकता के चलते उनका मशीनी परीक्षण किया गया. इनमें से 5 महिलाओं में गर्भावस्था के गंभीर लक्षणों के लिए चिन्हांकन किया गया. उल्लेखनीय है कि शिवपुरी जिले में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत प्रत्येक माह गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष शिविरों का आयोजन सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर किया जा रहा है. जिसमें गर्भवती महिलाओं के पंजीयन के उपरांत टीकाकरण एवं विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा परीक्षण किया जाता है. इसमें आवश्यक होने पर उपचार की समुचित व्यवस्था भी की जाती है. (148 pregnant women tested)