शिवपुरी। देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार ने लॉकडाउन घोषित कर दिया था साथ ही सभी भीड़ भाड़ वाली जगहों को भी पूरी तरह से बंद करवा दिया गया था. ताकि कोरोना का खतरा न फैल सके. इसी कड़ी में देश के सभी छोटे-बड़े धार्मिक स्थलों को भी बंद करने के निर्देश दिए गए थे, क्योंकि भीड़भाड़ वाली जगहों से संक्रमण के फैलने का खतरा ज्यादा था. साथ ही सभी धार्मिक स्थलों में भक्तों और दर्शनार्थियों के आने पर रोक लगा दी गई थी.
भक्तों के बिना सभी धार्मिक स्थल भी खाली पड़े हैं, वहीं कई भक्तों के मन में यह भी ख्याल आता है कि बिना भक्तों के मंदिर में कौन भगवान की देखभाल करता है. इस बात को जानने के लिए और भक्तों की शंका को दूर करने के लिए शिवपुरी झांसी हाइवे पर 15 किमी के घने जंगलों के बीच बने बलारपुर माता के मंदिर में पहुंचें, जहां पुजारी ने बताया की मंदिर अपने तय समय पर खुलता है और पुजारी ही माता की पूजा अर्चना करते हैं.
मंदिरों में भक्तों का प्रवेश निषेध है ताकि कोरोना संक्रमण न फैल सके. लेकिन मंदिरों में मौजूद पुजारी रोजाना माता की सेवा कर रहे हैं. सही समय पर माता की आरती होती है, भोग लगाया जाता है ताकि माता का श्रृंगार होता रहे और मंदिर खाली न रहे. मंदिर के पुजारी भी इस बात की चिंता कर रहे थे की इस बीमारी में बिना श्रद्धालुओं के मंदिर सूने रह जाएंगे, लेकिन इस महामारी से बचने के लिए सभी को घरों से ही माता की अराधना करने की अपील की गई है.
इस महामारी से बचने के लिए बलारी माता मंदिर में भी सरकार के दिए निर्देशों का पूर्ण रूप से पालन किया जा रहा है. मंदिर में पुजारी के परिवार द्वारा ही माता की पूजा-अर्चना की जाती है, साथ ही इस बात का खास ध्यान रखा जा रहा है कि कोई भी लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन न करें और लोग दूर रहकर ही माता की पूजा करें.