शिवपुरी। जिले के बदरवास के रहने वाली एक युवक की शादी उसके रिश्तेदारों ने अशोकनगर की रहने वाली युवती के साथ कराई थी. उसने बताया कि वह अपनी शादी को लेकर बहुत खुश था. उसकी होने वाली पत्नी से भी शादी तय होने के बाद हर रोजाना उससे बात करने लगी थी. शहनाई बजने का दिन आया और वह अपनी दुल्हन के साथ सात फेरे लेकर हंसी- खुशी उसे विदा कराकर अपने घर ले आया. परंतु नियति को कुछ और ही मंजूर था. पति का कहना है कि सुहागरात के दिन उसके होश उड़ गए. उसकी पत्नी के पेट में सात से आठ टांके लगे हुए थे.
10 दिन के भीतर पत्नी को किया मायके रवाना : पीड़ित पति ने बताया कि सुहागरात के दिन उसे मालूम पड़ा कि उसकी दुल्हन शादी के तीन माह पहले अपने पेट में पल रहे बच्चे को गिरा चुकी है. पति ने बताया कि इस बारे उसे किसी ने भी नहीं बताया था. पता होता तो वह वह यह शादी नहीं करता. शादी के दस दिन के भीतर पति ने अपनी दुल्हन को मायके अशोकनगर के लिए रवाना कर दिया. फिर कभी उसे लेने ससुराल नहीं गया.
आरटीआई से हुआ खुलासा पत्नी हुई थी गर्भवती : पीड़ित पति ने बताया कि उसकी पत्नी उसे प्रताड़ना के केस में फंसाना चाहती थी. उसने सूझबूझ के साथ कार्य किया और न्यायालय में भी अपनी पत्नी के लगाए हुए केस से लड़ता रहा. इस बीच उसने आरटीआई का सहारा लिया. उसे मालूम पड़ चुका था कि अशोकनगर के निजी अस्पताल में उसकी पत्नी ने भ्रूण हत्या करवाई थी. आरटीआई से खुलासा हुआ कि अशोकनगर के निजी अस्पताल में उसकी पत्नी पेट में पल रहे 3 माह के बच्चे को शादी के 3 माह पहले अबॉर्शन करवा कर निकलवा दिया था. इसके साक्ष्य उसने न्यायालय में भी पेश किए हैं.
पति पर लगाया भरण पोषण का केस : युवक ने बताया कि पत्नी के मायके जाने के बाद उस पर अशोकनगर में भरण पोषण का केस दर्ज करवा दिया. जिसकी तारीखें आज तक वह कर रहा है. युवक का कहना है कि वह जब भी न्यायालय में लगी तारीख पर जाता है तो उसे चोरी-छुपे पहुँचना पड़ता है. उसके साथ उसकी पत्नी अशोकनगर में कई बार मारपीट करवा चुकी है. उसे जान का खतरा भी बना हुआ है. इसी के चलते वह पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा, जहां उसने अपने केस को अशोकनगर से शिवपुरी के लिए स्थानांतरित करवाने की गुहार लगाई . (Husband lost his senses in honeymoon) (Three months before bride got abortion) (RTI Reveals Wife Secrets)