शिवपुरी। शहर में बैराड़ नगर परिषद प्रशासन की लापरवाही का चेहरा सामने आया है. नगर में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का काम पिछले 1 सप्ताह से बंद पड़ा हुआ है. इस वजह से वार्डों में जगह-जगह कचरे के ढेर लग रहे हैं. डोर टू डोर कचरा कलेक्शन बंद होने से नगर के लोगों को खासकर महिलाओं को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्हें घर का कचरा फेंकने के लिए बाहर जाना पड़ रहा है.
डीजल भुगतान नहीं होने से बंद डोर टू डोर कचरा कलेक्शन
नगर परिषद में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के काम की जिम्मेदारी बैराड़ नगर परिषद प्रशासन की है. नगर में सैनिटाइजर का छिड़काव और कोरोना संक्रमित मरीजों के घर टैंकर से पेयजल सप्लाई करने की वजह से डीजल की खपत ज्यादा होने के कारण नगर परिषद प्रशासक एसडीएम जेपी गुप्ता ने डीजल भुगतान की फाइल पर रोक लगा दी. गाड़ियों में डीजल नहीं होने के कारण नगर परिषद सीएमओ ने 1 जून से डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में लगे वाहनों को गैराज में खड़ा कर दिया. मजबूरी में लोग वार्डों में खाली पड़ी जगहों पर कचरा फेंक रहे हैं. लोगों का आरोप है कि नगर में सफाई व्यवस्था चाक चौबंद बनाने की ओर से नगर परिषद प्रशासन पूरी तरह से उदासीन बना हुआ है.
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नगर में सफाई के नाम पर की जा रही है खानापूर्ति
बैराड़ नगर परिषद के मुख्य बाजार में मार्ग पर सफाई केवल नाम के लिए की जाती है. नगर के सभी 15 वार्ड कचरे से पटे पड़े हैं. वार्डों में और नगर परिषद की पुराने अनाज मंडी के पास कचरे के ढेर लगे हैं. गंदगी के ढेरों पर सूअर और दूसरे मवेशी घूमते नजर आते हैं. नालियों की सफाई नहीं हो रही है. गंदगी से उठने वाली बदबू ने लोगों का सांस लेना मुश्किल कर दिया है. वार्डों में गंदगी का अंबार लगा है. स्वच्छता सर्वे खत्म होने के बाद नगर की सड़कों पर फिर से कचरा नजर आने लगा है.
जिम्मेदारों ने दिया फाइल लंबित होने का बहाना
बैराड़ सीएमओ नगर परिषद अजीज खान ने कहा पिछले 4 महीने से डीजल का भुगतान नहीं हुआ है. डीजल नहीं होने के कारण डोर टू डोर कचरा कलेक्शन की गाड़ियां बंद है. डीजल भुगतान की फाइल नगर परिषद प्रशासक एसडीएम साहब के लिए भेज दी है. लेकिन पिछले महीने कोरोना के कारण डीजल की खपत ज्यादा होने से डीजल भुगतान की फाइल लंबित है. भुगतान होते ही नगर में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन व्यवस्था बहाल कर दी जाएगी