शिवपुरी। मुख्यमंत्री द्वारा ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर को 10-10 हजार की लोन राशि का वितरण वर्चुअल सभा के माध्यम से किया गया. जिसका प्रसारण हितग्राहियों को दिखाने और चयनित हितग्राहियों को राशि वितरण के कार्यक्रम का आयोजन करैरा में भी जनपद पंचायत के सभा कक्ष में किया गया.
कार्यक्रम का समय साढ़े 10 निर्धारित था और भोपाल से यह निर्धारित समय पर शुरू भी हो गया, लेकिन करैरा में आयोजित कार्यक्रम स्थल मीटिंग हाल में साढ़े 11 बजे तक खुद जनपद सीईओ मनीषा चतुर्वेदी उपस्थित नहीं हुईं.
कार्यक्रम में हितग्रहियों की संख्या भी काफी कम थी. कार्यक्रम में केवल आजीविका मिशन के ब्लॉक प्रबंधक सुमित गुप्ता और उनकी टीम नजर आई. कार्यक्रम में साढ़े 11 बजे पूर्व विधायक जसमंत जाटव पहुंच गए, तब उसके बाद जनपद सीईओ अपने चेम्बर से निकलकर आयोजन स्थल पर पहुंची.
जनपद क्षेत्र के ग्रामीण अंचल में पथ विक्रेताओं के लिए 134 हितग्राहियों के प्रकरण स्वीकृत किए गए. जिनमें से आज 27 हितग्राहियों के खाते में दस दस हजार की ऋण राशि मध्यांचल ग्रामीण बैंक सिरसौद के द्वारा प्रदाय की गई.
इस दौरान पूर्व विधायक जसमन्त जाटव ने हितग्राहियों से अपना व्यवसाय अच्छे से चलाने की बात कही और कहा कि प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान की मंशा है कि आप आत्मनिर्भर बने इसी ओर यह पहला कदम है. उनकी मंशा है कि यदि आपने सफलता पूर्वक यह ऋण बैंक को वापस कर दिया तो आगे आपको इससे दोगुना ऋण मिलेगा.
जनपद सीईओ की मनमानी का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी जब स्व सहायता समूहों के खातों में ऋण वितरण कार्यक्रम जनपद के खैराघाट गांव में हुआ था, जिसमें खैराघाट के एक समूह की अध्यक्ष से सीएम ने बात की थी और जिले से आयोजन में प्रभारी कलेक्टर जिला पंचायत सीईओ एच पी वर्मा उपस्थित रहे थे, तब भी जनपद सीईओ उस कार्यक्रम में नहीं पहुंची थीं.
तब मीडिया ने जिला पंचायत सीईओ से उनकी उपस्थिति को लेकर सवाल किया था तो उन्होंने कहा था कि उन्हें जनपद सीईओ को उपस्थित रहना चाहिए था, लेकिन वह नहीं है तो उनसे पूछेंगे, लेकिन आज भी वह अपने ही कार्यक्रम में लापरवाह नजर आई.