शिवपुरी। जिला अस्पताल में एंबुलेंस की व्यवस्था पर एक बार फिर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं. यहां अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही तब एक बार फिर उजागर हो गई, जब आदिवासी बच्ची की मौत होने के बाद परिवार को जिला अस्पताल में एंबुलेंस के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा. हालांकि मीडिया में मामला आने के बाद जिला अस्पताल ने गरीब आदिवासी परिवार को एंबुलेंस उपलब्ध करा दी.
बताया जा रहा है कि आदिवासी बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. परिवार मृतक बच्ची को लेकर घर जाना चाहता था, लेकिन परिवार के पास जाने के लिए पैसे नहीं थे. ऐसे में परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन से एंबुलेंस उपलब्ध कराने की गुहार लगाई, लेकिन घंटों इंताजर और मीडिया में मामला आने के बाद ही इस आदिवासी परिवार को एंबुलेंस मिल सका, तभी वो अपने घर पहुंच पाए.
जानकारी के मुताबिक, खनियाधाना जिला अस्पताल शिवपुरी से लगभग 120 किलोमीटर दूर है. आदिवासी परिवार 120 किलोमीटर का सफर तय करके जिला अस्पताल शिवपुरी पहुंचा था, लेकिन 10 बजे के बाद अस्पताल में एंबुलेंस बहुत मुश्किल सो उपलब्ध होती है. गौरतलब है कि ऐसा ही एक मामला जिला चिकित्सालय में पहले भी सामने आया था. उस वक्त प्रभारी मंत्री के हस्तक्षेप से परिजनों को एंबुलेंस मिली थी और शव मृतक के गांव पहुंचा था.