शिवपुरी। बगैर समतलीकरण और डब्ल्यूबीएम रोड बनाए सिल्वर कंपनी को ग्राजिया एक करोड़ 12 लाख का भुगतान किया गया.लोकायुक्त ने PHE के EE, AE व सब इंजीनियर सहित 5 पर मामला दर्ज कर लिया है. शहर के सीवर प्रोजेक्ट में 45 सड़कें खोदी गईं थीं. बगैर डब्लू एम बनाए नगर पालिका को हैंड ओवर की गईं. सड़कों में से 17 साल के नगरपालिका ने बनाईं हैं.
बगैर डब्ल्यूएम बनाए सड़कें नगर पालिका को हैंड ओवर करा दी गई इन सड़कों में से 17 सड़कें नगरपालिका ने ही बना दीं. शिवपुरी में सड़कों के फर्जी एक बड़ा घोटाला सामने आया है. मामले को लेकर आवेदक अशफाक खान निवासी शिवपुरी ने 8 अक्टूबर 2018 को लोकायुक्त में शिकायत की थी. इसकी जांच निरीक्षक राजीव गुप्ता एवं निरीक्षक आराधना डेविस तथा कवीन्द्र सिंह चौहान द्वारा की गई. शिकायत में जांच के बाद PHE के EE एसएल बाथम, तत्काल सहायक यंत्री उपखंड परियोजना जिला शिवपुरी केजी सक्सेना, एमडी गौड़ तत्कालीन उपयंत्री, डीपी सिंह तत्कालीन उपयंत्री, प्रोपराइटर मैमर्स जैन एन्ड राय कंपनी पर केस दर्ज कर लिया गया है.
यह सीवर प्रोजेक्ट की डीपीआर मैं क्रियान्वयन एजेंसी द्वारा सीवर लाइन बिछाने हेतु नगर पालिका की सड़कों को खोदा जाना, पाइप लाइन बिछाना एवं उसका भराव एवं कॉम्प्लेक्सन कर WBM रोड डालकर नगर पालिका परिषद शिवपुरी को पुनः सीसी रोड डालने हेतु प्रदान करना था. लेकिन क्रियान्वयन एजेंसी एवं लो. विभाग शिवपुरी के अधिकारी एवं कर्मचारियों की मिलीभगत एवं समतलीकरण किए बिना नगर पालिका को सभी सड़कें हैंड ओवर कर दी गई जिसमें मुख्य नगरपालिका अधिकारी शिवपुरी के पत्र में बगैर कॉम्पेक्सन समतलीकरण किए बगैर सड़कें सहायक यंत्री लोक सेवा स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग परियोजना उपखंड शिवपुरी को हस्तांतरित कर दी थी। जबकि आज सत्यापन किया जाए तो डब्ल्यूबीएम के कोई साक्ष्य प्राप्त नहीं होंगे सड़कों के नजदीक रहने वाले लोगों के बयान लिए जाए तो भी साक्ष्य प्राप्त होगा.
जीटी रोड डाले जाने से रोका सत्यापन नहीं किया जा सकता. इतना ही नहीं 30 सड़कों में भी डब्ल्यूबीएम सड़क नहीं डाली गई जिससे शहर की जनता पीएचपई ए क्रियान्वयन एजेंसी द्वारा भीड़ एवं प्रताड़ित हो रही है एसएल बाथम प्रभारी कार्यपालन यंत्री लो. स्वः यः विभाग शिवपुरी मैं पदस्थ होकर उपरोक्त समस्त डब्लूबीएम रोडों का बिना क्रियान्वयन एजेंसी को कर लोक धन का बड़ा घोटाला किया है नहीं 27 मई 2016 को सीवर प्रोजेक्ट में शामिल कार्यरत अधिकारी एवं कर्मचारियों की जानकारी मैं सूची की मांगी गई थी जिसमें मेजरमेंट इस अधिकारी की हैंडराइटिंग में है वह अधिकारी एमडी गॉड यंत्री उपखंड शिवपुरी में स्टोर इंचार्ज पद पर कार्यरत होकर फीवर प्रोजेक्ट में पदस्थ नहीं जो फर्जी एंट्री करने के उत्तरदाई है वही डब्ल्यूबीएम एवं गिट्टी तथा मोरम एवं कॉम्प्लेक्शन के संबंध में है जिससे उपयंत्री एमडी गौड़ द्वारा मपंकन दर्ज किए गए हैं. वहीं एमडी गॉड द्वारा हस्ताक्षर करने के बाद काटा गया उसके बाद किसी अन्य व्यक्ति के हस्ताक्षर करा लिए गए तथा कार्यपालन यंत्री द्वारा 10% कार्य का सत्यापन भी नहीं किया गया.