ETV Bharat / state

जिले में मकर संक्रांति की धूम, रामेश्वरम धाम के त्रिवेणी संगम पर हजारों श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी

श्योपुर जिले में मकर संक्रांति पर्व के चलते रामेश्वर धाम के त्रिवेणी संगम पर हजारों श्रद्धालुओं ने स्नान किया.

thousands-of-devotees-took-a-dip-at-the-triveni-sangam-of-rameswaram-dham-in-seopur
रामेश्वरम धाम के त्रिवेणी संगम पर हजारों श्रद्धालुओं में लगाई डुबकी
author img

By

Published : Jan 15, 2020, 6:31 PM IST

श्योपुर। बुधवार को पूरे देश में मकर संक्रांति का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस दौरान जिले के रामेश्वर धाम त्रिवेणी के संगम स्थल पर हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाकर भगवान भोलेनाथ और चतुर्भुजनाथ के दर्शन किए.

रामेश्वरम धाम के त्रिवेणी संगम पर हजारों श्रद्धालुओं में लगाई डुबकी

रामेश्वर धाम जिले के मानपुर इलाके में चंबल, पार्वती और बनास नदी के संगम स्थल पर स्थित है. नदी के एक किनारे पर मध्यप्रदेश में जहां भगवान भोलेनाथ और दूसरे किनारे पर राजस्थान में भगवान चतुर्भुजनाथ का प्राचीन मंदिर है. ये मंदिर श्योपुर ही नहीं बल्कि आसपास के दूसरे जिलों और राजस्थान के श्रद्धालुओं की भी आस्था का केन्द्र है. इसी के चलते मकर संक्रांति के दिन त्रिवेणी संगम पर हजारों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाते हैं.

माना जाता है कि चंबल, पार्वती और बनास नदी के संगम स्थल पर आस्था की डुबकी लगाने से मनोकामनाएं पूरी होती है. श्रद्धालुओं का कहना है कि रामेश्वरम धाम श्योपुर ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों में भी प्रसिद्ध है. त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाकर भगवान भोलेनाथ और चतुर्भुजनाथ के दर्शन करने से सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है.

श्योपुर। बुधवार को पूरे देश में मकर संक्रांति का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस दौरान जिले के रामेश्वर धाम त्रिवेणी के संगम स्थल पर हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाकर भगवान भोलेनाथ और चतुर्भुजनाथ के दर्शन किए.

रामेश्वरम धाम के त्रिवेणी संगम पर हजारों श्रद्धालुओं में लगाई डुबकी

रामेश्वर धाम जिले के मानपुर इलाके में चंबल, पार्वती और बनास नदी के संगम स्थल पर स्थित है. नदी के एक किनारे पर मध्यप्रदेश में जहां भगवान भोलेनाथ और दूसरे किनारे पर राजस्थान में भगवान चतुर्भुजनाथ का प्राचीन मंदिर है. ये मंदिर श्योपुर ही नहीं बल्कि आसपास के दूसरे जिलों और राजस्थान के श्रद्धालुओं की भी आस्था का केन्द्र है. इसी के चलते मकर संक्रांति के दिन त्रिवेणी संगम पर हजारों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाते हैं.

माना जाता है कि चंबल, पार्वती और बनास नदी के संगम स्थल पर आस्था की डुबकी लगाने से मनोकामनाएं पूरी होती है. श्रद्धालुओं का कहना है कि रामेश्वरम धाम श्योपुर ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों में भी प्रसिद्ध है. त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाकर भगवान भोलेनाथ और चतुर्भुजनाथ के दर्शन करने से सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है.

Intro:ऐंकर
श्योपुर- मकर संक्रांति के अवसर पर रामेश्वर धाम त्रिवेणी के संगम स्थल पर हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई और भगवान भोलेनाथ और चतुर्भुज नाथ के दर्शन किए बुधबार को सुबह से शुरू हुए इस पर्व पर श्योपुर जिले के आसपास के गांव के श्रद्धालुओं सैकड़ों की संख्या में पहुंचे और आस्था की डुबकी लगाई


Body:वीओ-1
रामेश्वर धाम जिले के मानपुर इलाके चंबल पार्वती और बनास नदी के संगम स्थल पर स्थित है नदी के एक किनारे पर एमपी और भगवान भोलेनाथ और दूशरी और राजस्थान की तरफ भगवान चतुर्भुज नाथ की प्राचीन मंदिर स्थित है इस स्थल के प्रति श्योपुर ही नहीं बल्कि आसपास के दूसरे जिलों और राजस्थान के श्रद्धालुओं की भी बहुत आस्था है इस वजह से मकर संक्रांति के दिन त्रिवेणी संगम स्थल पर सैकड़ों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाते हैं


Conclusion:वीओ-2
चंबल पार्वती और बनास नदी के संगम स्थल पर आस्था की डुबकी लगाई और भगवान से मनोकामनाए पूरी होने की होने की प्रार्थना की श्रद्धालुओं का कहना है कि यह रामेश्वरम धाम श्योपुर में ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों में भी प्रसिद्ध है इस त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने से लोगो की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं

बाईट-रामनरेश मीणा (श्रदालू)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.