श्योपुर। रेत माफियाओं के द्वारा राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण विभाग की टीम पर लाठी- डंडे और पत्थरों से हमला करके जब्त किए गए रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली को छीनकर ले जाने का मामला सामने आया है. गनीमत यही रही कि इस हमले में कोई भी वनकर्मी घायल नहीं हुआ है. शिकायत मिलने के बाद विजयपुर ने पुलिस मामले की जांच शुरू कर दी है.
रेत माफियाओं का हमला: मामला विजयपुर नगर के सामुदायिक अस्पताल के पास का है. जहां अवैध रेत से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली को जब्त करके पुलिस थाने लेकर जा रही राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण विभाग की टीम पर 10 से 15 रेत माफियाओं ने अचानक हमला कर दिया. जब तक वन कर्मी संभल पाते तब तक आरोपी रेत माफिया उनसे जब्त ट्रैक्टर ट्रॉली को छीनकर वहां से फरार हो गए.
माफियाओं के हौंसले बुलंद: इस तरह की घटना विजयपुर में पहली बार नहीं हुई है, पहले भी रेत माफिया प्रशासन पुलिस और वन विभाग के अमले पर हमले करता रहा है, फिर भी रेत माफियाओं के खिलाफ कोई सख्त एक्शन नहीं लिया जाता है, इस वजह से उनके हौसले बुलंद हैं. यह स्थिति तब है जब जिले में रेत की एक भी वैध खदान नहीं है, फिर भी रेत माफिया जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण इलाकों में खुलेआम रेत का उत्खनन और परिवहन करके लंबे समय से रेत का अवैध कारोबार कर रहे हैं.
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ट्रैक्टर ट्रॉली को छीन ले गए माफिया: इस बारे में राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण विभाग टीम के वनपाल दिनेश शर्मा का कहना है कि ''गश्ती के दौरान उन्हें रेत का अवैध उत्खनन करते हुए ट्रैक्टर ट्रॉली मिला था जिसे उन्होंने जब्त कर लिया था. वह उसे विजयपुर थाने में सुरक्षा के लिए रखवाने के लिए ला ही रहे थे तभी थाने से कुछ ही दूरी पर सामुदायिक अस्पताल के पास 10 से 15 रेत माफियाओं ने लाठी-डंडों से हमला करके जब्त ट्रैक्टर ट्रॉली को छीन ले गए.'' थाने में आवेदन दिया है, आरोपी बूंदी रावत निवासी माडेवा का यह ट्रैक्टर है, वह भी हमलावरों के साथ वहां पर आया था. इस मामले में पुलिस अधिकारियों से बात करने की कोशिश की लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई है.