श्योपुर। प्रसव के दौरान स्थानीय महिला की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है. प्रसूता भारती जाट की प्रसव के दौरान हुई मौत की डॉक्टरों की 3 सदस्यीय टीम ने जांच की. जिसमें अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही का खुलासा हुआ. जांच रिपोर्ट में कहा गया कि प्रसूता की मौत की वजह चिकित्सीय लापरवाही है और इस मामले में प्रबंधन की भुमिका भी ठीक नहीं थी. लिहाजा जांच रिपोर्ट पुलिस को सौंपने के बाद कोतवाली थाना पुलिस ने निजी हॉस्पिटल प्रबंधन के खिलाफ FIR दर्ज की है. इस कार्रवाई से अन्य निजी हॉस्पिटल के संचालकों में हड़कंप मच गया.
लापरवाही का आरोप : पिछले महीने नारायणी हॉस्पिटल में प्रसूता भारती जाट की प्रसव के दौरान मौत हुई थी. जाट-सिख समाज और सामाजिक संगठनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया था. मामले की शिकायत कलेक्टर से की गई थी. कलेक्टर शिवम वर्मा ने सीएमएचओ डॉ. बीएल यादव को निष्पक्षता से जांच का आदेश दिए थे.
सीएमएचओ ने दर्ज कराई FIR: सीएमएचओ ने जिला अस्पताल के डॉक्टरों की टीम गठित कर मामले की जांच कराई. जांच में डॉक्टरों ने पाया कि, अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही की वजह से प्रसूता की मौत हुई थी. अस्पताल में कई कमियां भी पाई गई हैं. CMHO ने कोतवाली थाने में अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. (Sheopur CMHO lodged FIR against private hospital)
आरोपी फरार : पुलिस ने 304 ए के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. यह अस्पताल राजस्थान की डॉ. राखी मीणा का बताया जा रहा है. आरोपी इस घटनाक्रम के बाद फरार है. ASP प्रेमलाल कुर्वे का कहना है कि डॉक्टरों की टीम को जांच के दौरान जो लापरवाही मिली है उसी के आधार पर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. फरार आरोपी को पुलिस गिरफ्तार करने के प्रयास में जुटी है.