श्योपुर। महिला एवं बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने रिश्वतखोरी का आरोप लगाया है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने इससे संबंधित वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल भी किया है. वीडियो में सुपरवाइजर कार्यकर्ताओं से ऑडिट के एवज में अधिकारियों के नाम पर रिश्वत की मांग कर रही हैं.
मामला जिले की बड़ौदा तहसील क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्र 14 सी का है. जहां ललितपुर सेक्टर में पदस्थ महिला एवं बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर ऋतु गुप्ता ने बीते मंगलवार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुलाकर अच्छी रिपोर्ट ऑडिट बनाने के नाम पर क्षेत्र के सीडीपीओ और अन्य अधिकारियों के लिए 100-100 रुपए की रिश्वत मांगी है. कार्यकर्ताओं से जब पूछा गया कि किस बात के पैसे दें, तो सुपरवाइजर ने कहा कि ये सीडीपीओ साहब को देनी पड़ती है. पैसे देने पर ही आपकी आंगनबाडियों की अच्छी ऑडिट रिपोर्ट तैयार की जाएगी. सुपरवाइजर की मनमानी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.
गौतलब है कि श्योपुर जिला कुपोषण के लिए दुनिया भर में बदनाम है. यहां हर साल कई कुपोषित बच्चों की मौत हो जाती है. इसी कलंक को मिटाने के लिए सरकार आदिवासी परिवारों की मुखिया महिलाओं को हर महीने एक हजार रुपए की राशि देने के अलावा महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से करोड़ों रुपए हर महीने खर्च किए जा रहे हैं. वहीं जिम्मेदार कुपोषण के कलंक को मिटाने के नाम पर रिश्वतखोरी में जुटे हुए हैं. जिससे जिले के माथे से कुपोषण का कलंक मिटाए नहीं मिट रहा है.
रिश्वतखोरी का वीडियो वायरल होने के बाद जिम्मेदार सुपरवाइजर पर कार्रवाई करने की बजाए चुप्पी साधे हुए हैं. मामले में महिला एवं बाल विकास विभाग के सीडीपीओ कैलाश राय का कहना है कि वीडियो उनके संज्ञान में आया है जांच की जा रही है.