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साइकिल घोटाले में हेड मास्टर सस्पेंड, BRC- CS को कारण बताओ नोटिस

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Published : Nov 14, 2019, 10:05 PM IST

श्योपुर के पालपुर मिडिल स्कूल में हुए साइकिल घोटाला मामले में कार्रवाई करते हुए डीपीसी वकील सिंह रावत ने पालपुर मिडिल स्कूल के हेड मास्टर को सस्पेंड़ कर दिया है, साथ ही बीआरसी केशव प्रसाद अर्गल, सीएसी गणेश जाटव को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तीन दिन में जवाब मांगा है.

पालपुर साइकिल घोटाले में हुई कार्रवाई

श्योपुर। जिले के विजयपुर के पालपुर मिडिल स्कूल में 27 छात्र- छात्राओं को साइकिल वितरण के नाम पर हुए घोटाले में विजयपुर एसडीएम त्रिलोचन गौड़ के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए, डीपीसी वकील सिंह रावत ने पालपुर मिडिल स्कूल के हेड मास्टर को सस्पेंड़ कर दिया है, साथ ही बीआरसी केशव प्रसाद अर्गल, सीएसी गणेश जाटव को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तीन दिन में जवाब मांगा गया है.

पालपुर साइकिल घोटाले में हुई कार्रवाई

संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर संबंधितों के खिलाफ शासकीय कार्य में कदाचरण बरतने की कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई हैं. मामला पालपुर के मिडिल स्कूल में छात्र- छात्राओं को वितरण की जाने वाली साइकिल का है. वितरण के लिए आई साइकिलें स्कूल के प्रभारी हेडमास्टर सतीश शर्मा के घर की छत पर मिली थीं, जबकी स्कूल के रिकॉर्ड सहित बीआरसी और डीपीसी कार्यालय के रिकॉर्ड में साइकिलें संबंधित छात्र-छात्राओं को वितरण करना भी दर्शा दिया गया था.

बता दें साइकिल वितरण सीएसी अपनी निगरानी में कराकर रिपोर्ट बीआरसी कार्यालय को भेजता है. बीआरसी कार्यालय की रिपोर्ट डीपीसी कार्यालय के माध्यम से राज्य शिक्षा केन्द्र भेजी जाती हैं. इसी लिए भोपाल तक झूठी रिपोर्ट भेजने के मामले में संबंधित शिक्षक से लेकर सीएसी, बीआरसी और डीपीसी कार्यालय तक के अधिकारी- कर्मचारी शक के दायरे में हैं.

श्योपुर। जिले के विजयपुर के पालपुर मिडिल स्कूल में 27 छात्र- छात्राओं को साइकिल वितरण के नाम पर हुए घोटाले में विजयपुर एसडीएम त्रिलोचन गौड़ के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए, डीपीसी वकील सिंह रावत ने पालपुर मिडिल स्कूल के हेड मास्टर को सस्पेंड़ कर दिया है, साथ ही बीआरसी केशव प्रसाद अर्गल, सीएसी गणेश जाटव को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तीन दिन में जवाब मांगा गया है.

पालपुर साइकिल घोटाले में हुई कार्रवाई

संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर संबंधितों के खिलाफ शासकीय कार्य में कदाचरण बरतने की कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई हैं. मामला पालपुर के मिडिल स्कूल में छात्र- छात्राओं को वितरण की जाने वाली साइकिल का है. वितरण के लिए आई साइकिलें स्कूल के प्रभारी हेडमास्टर सतीश शर्मा के घर की छत पर मिली थीं, जबकी स्कूल के रिकॉर्ड सहित बीआरसी और डीपीसी कार्यालय के रिकॉर्ड में साइकिलें संबंधित छात्र-छात्राओं को वितरण करना भी दर्शा दिया गया था.

बता दें साइकिल वितरण सीएसी अपनी निगरानी में कराकर रिपोर्ट बीआरसी कार्यालय को भेजता है. बीआरसी कार्यालय की रिपोर्ट डीपीसी कार्यालय के माध्यम से राज्य शिक्षा केन्द्र भेजी जाती हैं. इसी लिए भोपाल तक झूठी रिपोर्ट भेजने के मामले में संबंधित शिक्षक से लेकर सीएसी, बीआरसी और डीपीसी कार्यालय तक के अधिकारी- कर्मचारी शक के दायरे में हैं.

Intro:Body:मामला विजयपुर के पालपुर स्कूल के हेडमास्टर के घर मिली साइकलों को, डीपीसी वकील सिंह रावत की कार्रवाई

विजयपुर के पालपुर मिडिल स्कूल में 27 छात्र-छात्राओं को साइकिल वितरण बताकर अपने घर पर रखने वाले हेडमास्टर सतीश शर्मा को डीपीसी व जिला शिक्षा अधिकारी वकील सिंह रावत ने निलंबित करते हुए बीआरसी एवं सीएसी को ठीक से मॉनीटरिंग नहीं करने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया हैं।
गौरतलब है कि, पालपुर के मिडिल स्कूल में छात्र-छात्राओं को वितरण की जाने वाली साइकिलें स्कूल के प्रभारी हेडमास्टर सतीश शर्मा के घर की छत पर मिली थीं। स्कूल के रिकॉर्ड सहित बीआरसी और डीपीसी कार्यालय के माध्यम से उक्त सभी साइकिलें संबंधित छात्र-छात्राओं को वितरण करना भी दर्शा दिया गया हैं। इस घटना की खबर मीडिया की सुर्खी बनने के बाद भी शिक्षा महकमे की ओर से संबंधित हेडमास्टर एवं मॉनीटरिंग अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की थी। इस संबंध में एसडीएम विजयपुर त्रिलोचन गौड़ द्वारा डीपीसी को संबंधितों के खिलाफ की गई कार्रवाई से अवगत कराने के निर्देश जारी होने के बाद हरकत में आए शिक्षा महकमे ने आरोपी हेडमास्टर सतीश शर्मा को निलंबित करने के साथ-साथ बीआरसी केशव प्रसाद अर्गल, सीएसी गणेश जाटव को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तीन दिन में जवाब देने के निर्देश दिए हैं। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर संबंधितों के खिलाफ शासकीय कार्य में कदाचरण बरतने के तहत कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई हैं। ज्ञातव्य हो कि, साइकिल वितरण सीएसी अपनी निगरानी में कराकर रिपोर्ट बीआरसी कार्यालय को भेजता हैं। बीआरसी कार्यालय की रिपोर्ट डीपीसी कार्यालय के माध्यम राज्य शिक्षा केन्द्र भेजी जाती हैं। भोपाल तक झूठी रिपोर्ट भेजने में संबंधित निलंबित शिक्षक से लेकर सीएसी, बीआरसी और डीपीसी कार्यालय तक के अधिकारी-कर्मचारी शक के दायरे में हैं।

बाईट.01- हरिशंकर गर्ग (बीईओ विजयपुर)

पीयूष शिवहरे विजयपुर जिला श्योपुरConclusion:
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