श्योपुर। कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए जिला मुख्यालय में आयोजित हुए एक कार्यक्रम में बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गई. यह कार्यक्रम रात करीब 2 बजे तक चलता रहा. सड़क पर गाडियां पार्क किए जाने की वजह से गैस ऐजेंसी रोड़ भी जाम हो गया. पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई की.
कोविड-19 के चलते शादी-समारोह और अन्य कार्यक्रमों में 100 से ज्यादा लोगों की भीड़ जमा किए जाने पर पूरी तरह से रोक है. इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाने को लेकर जिला प्रशासन से अनिवार्य रूप से अनुमति ली जानी जरूरी है. कार्यक्रम में प्रत्येक व्यक्ति को अनिवार्य रुप से मास्क लगाकर रहने के अलावा, सामाजिक दूरी का पालन करना आवश्यक है और सेनेंटाइजर की व्यवस्था भी होनी चाहिए, लेकिन रविवार को जिला मुख्यालय के विजय विलास पैलिस में आयोजित किए गए कार्यक्रम में न तो बिना मास्क लगाए जाने वालों की एंट्री पर किसी तरह की रोक लगाई गई और न ही सामाजिक दूरी का और गाइड लाइन का ध्यान रखा गया. लोगों की भीड़ लापरवाह होकर रेंप पर चलकर आती-जाती मॉडल्स को देखने में जुटी रही.
शहर के गैस ऐजेंसी रोड़ स्थित विजय विलास पैलिस में वाहन पार्किंग की व्यवस्था भी है, लेकिन कार्यक्रम में 400-500 लोगों के शामिल होने की वजह से रविवार के टॉप मॉडल शो के दौरान गाड़ियों की संख्या ज्यादा बढ़ गई और लोगों ने अपने वाहनों को सड़क पर ही बेतरतीव से खड़े कर दिया, जिसकी वजह से गैस ऐजेंसी रोड पर घंटों तक जाम लगा रहा. जिसकी वजह से यहां होकर गुजरने बाले स्थानीय नागरिकों व वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
क्यों हो रहा पक्षपात ?
रविवार की रात विजय विलास पैलिस में आयोजित किए गए शो का आयोजन शहर के कुछ रसूखदार लोगों के द्वारा किया गया. इस वजह से जिला प्रशासन के अधिकारी मामले की जानकारी होने के बावजूद कार्यक्रम आयोजित करने बालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सके. इसे लेकर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं कि, कोविड-19 की गाइडलाइन सभी के लिए बनाई गई है. फिर हर बार रसूखदारों पर रहम किस लिए किया जाता है.
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कार्यक्रम संचालकों पर हो मामला दर्ज
विजय विलास पैलिस में कार्यक्रम आयोजित करके कोविड नियमों का उलंधन करने वाले कार्यक्रम संचालक और पैलिस संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि, भविष्य में कोई कोरोना महामारी के इस खतरे में नियम-कायदों को तोड़ने की कोशिश नहीं करे. अन्य कार्यक्रम और आयोजनों पर भी प्रशासन को पैनी नजर बनाकर रखनी चाहिए ताकि, कोरोना संक्रमण का खतरा जिले में न फैले.