श्योपुर। शहर में मुस्लिम समाज के एक मृतक व्यक्ति के शव को कब्रिस्तान में दफन करने से रोकने पर हंगामा खड़ा हो गया. मृतक के परिवार ने लोगों से शव को दफन की बिनती की लेकिन किसी ने भी उनकी एक ना सुनी. जिसके बाद मृतक के परिजनों ने मामले की शिकायत पुलिस में की. जब जाकर मृतक का शव सुपुर्दे खाक हो सका.
मामला शहर से सटे सलापुरा स्थित आबू सैयद वाले कब्रिस्तान का है. जहां एक बुजुर्ग के शव को दफनाने के लिए समाज के ठेकेदारों ने विवाद खड़ा कर दिया. मृतक का कसूर सिर्फ इतना सा था कि उसकी बेटी ने अन्य समाज के युवक से शादी की थी. रविवार को जब सलापुरा कब्रिस्तान के पास पुराने बने मकानों में युवती के पिता ईदा खान की मौत हो गई तो शव को कब्रिस्तान में दफन के लिए ले जाया गया तब समाज के ठेकेदारों ने विवाद खड़ा कर दिया.
जिसके बाद मामले में युवती ने पुलिस से मदद मांगी लेकिन कोतवाली पुलिस ने उनकी कोई मदद नहीं की. तब युवती ने चम्बल आईजी को फोन करके मदद की गुहार लगाई. तब जाकर स्थानीय पुलिस ने उनकी मदद की और बुजुर्ग का शव सुपुर्दे खाक हो सका. बताया जा रहा है कि कब्रिस्तान की जमीन पर वक्फ कमेटी और ईदा खां के विरुद्ध केस चल रहा है. पिछले दिनों कब्रिस्तान की जमीन पर मकान बनाने को लेकर हुए विवाद में करीब 30 लोगों पर मृतक की बेटी ने एफआईआर दर्ज कराई थी.
हालांकि जब इस मामले में टीआई रमेश डांडे से बात की गई तो वह इस तरह की किसी भी घटना से इनकार कर रहे हैं. उनका कहना है कि मृतक के परिजनों ने कब्र के ऊपर गड्डा खोदकर शव दफन रहे थे. इस लिए उन लोगों ने रोक दिया था. बाद में उन्होंने शव को दफन करवा दिया.