श्योपुर। 10 जनवरी को सोंईकलां में उल्लू और बोरदादेव गांव के पास कौए मृत अवस्था में मिले थे. मृत मिले पक्षियों के सैंपल भोपाल की हाई सिक्योरिटी लैब में भेजे गए हैं. सैंपल की रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. सोमवार को रिपोर्ट आने के बाद पशु विभाग अमले में हड़कंप मच गया है. कलेक्टर ने जिले में बर्ड फ्लू को लेकर हाई अलर्ट भी जारी कर दिया है. कलेक्टर ने जिला प्रशासन के अधिकारियों ने तत्काल आदेश जारी करके आगामी 30 जनवरी तक मुर्गा-मुर्गियों के परिवहन पर रोक लगा दी जाए. प्रशासनिक अमले को चिकन, मटन की दुकानों और मुर्गा-मुर्गी फार्मों पर सतत निगरानी बनाए रखने के निर्देश भी जारी किए गए हैं.
फिलहाल इंसानों को किसी तरह का खतरा नहीं
पशु विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि, 10 जनवरी को सोंईकलां में उल्लू और बोरदादेव में कौआ मृत मिले थे. जांच में एच-5, एन-8 बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. जिसके बाद विभाग ने सतर्कता बरतने का कार्य शुरू कर दिया है. जिन पक्षियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. वह दोनों ही इंसानों के संपर्क में नहीं आए होंगे, इस वजह से फिलहाल जिले में इंसानों को किसी तरह का खतरा नहीं है, लेकिन मटन-चिकन खाने वालों को सावधानियां बरतने की जरुरत है. बर्ड फ्लू मुर्गा-मुर्गी में पाया जा सकता है.
जिले में अब तक 5 उल्लू, 11 कौओं, 8 कबूतरों सहित 24 पक्षियों की मौंत हो चुकी है. फिलहाल 22 की रिपोर्ट अभी तक प्राप्त नहीं हो सकी है. जिले भर के अलग-अलग इलाकों से जांच के लिए भेजे गए सैंपलों की रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है. मुर्गा-मुर्गियों की रिपोर्ट में भी फ्लू की पुष्टि होती है, तो इंसानों को खतरा बढ़ सकता है.