श्योपुर। जिले के विजयपुर क्षेत्र में बारिश का कहर जारी है, क्वारी नदी अपने उफान पर है, नगर के बीचों-बीच बनी क्वारी नदी दूसरे दिन भी पूरे शबाब पर थी, नदी का बड़ा ब्रिज जिस पर करीब 10 फीट ऊपर पानी बह रहा था, जिससे बस स्टैंड की दुकान, मंडी की दुकान, मकान, स्कूल, मैरिज गार्डन में पानी भर गया. वहीं नदी किनारे रहने वाले लोगों को भी प्रशासन ने डूब के चलते विस्थापित कर दिया, और उनके रहने खाने की व्यवस्था किले में की गई है.
बारिश ने बढ़ाई परेशानी
विजयपुर की क्वारी नदी के उफान के चलते बस स्टैंड पर स्थित कपिल मित्तल की दुकान तेज बहाव में बह गई, वहीं ज्यादातर दुकानों में पानी भर गया, जिससे उनका काफी नुकसान हुआ है, वहीं मंडी क्षेत्र में कोठरी मैरिज गार्डन पूरी तरह भर गया है, मकानों में भी पानी भर गया है, जिससे लोगों को दूसरी जगह जाना पड़ा और मंडी के सरकारी कार्यालय कन्या हायर सेकंडरी स्कूल, प्रहलादपुर स्कूल सहित प्राइवेट कैरियर फाउंडेशन स्कूल में भी पानी भरने से काफी नुकसान हुआ है.
क्वारी नदी का कहर, लोगों के घरों में घुसा पानी
भारी बारिश और क्वारी नदी के उफान के चलते आवागमन पर रोक लगा दी गई है, वहीं मोबाइल का नेटवर्क भी बंद हो गया है, ऐसी स्थिति में लोग घरों में रह रहे हैं, वही तेज बारिश नदी के जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने भी रेड अलर्ट जारी कर दिया है.
प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले दुकानदारों और मकान मालिकों को मुनादी कराकर कह दिया है कि नदी किनारे रहने वाले दुकानदार और मकान मालिक सुरक्षित स्थान पर पहुंच जाएं, क्योंकि बारिश का कहर जारी है. नदी का जलस्तर कभी भी घट जाता है और कभी भी बढ़ जाता है, ऐसी स्थिति में प्रशासन भी रिस्क लेने के मूड में नहीं है. प्रशासन लोगों को अलर्ट कर रहा है.
नदी के किनारे रह रहे लोगों को किया विस्थापित
किले की तलहटी में नदी के किनारे करीब आधा सैकड़ा परिवार निवास करते हैं, प्रशासन ने नदी के जलस्तर को देखते हुए इन परिवारों को अस्थाई रूप से विजयपुर के प्राचीन किले में विस्थापित कर दिया है, जहां उनको रहने और खाने के सुविधा प्रशासन मुहैया करा रही है, यह लोग अपना घर सामान छोड़कर किले में रहकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं.
कुंवारी नदी के किनारे बसे गांव में भी अलर्ट
क्वारी नदी के किनारे बसे गांवों में भी प्रशासन ने रेड अलर्ट जारी किया है, प्रशासन ने सख्त हिदायत दी है कि नदी के किनारे बसने वाले गांव सुरक्षित स्थान पर पहुंच जाएं, नदी का जलस्तर कभी भी बढ़ सकता है, ऐसी स्थिति में लोग अपने खाने की व्यवस्था सुरक्षित स्थान पर कर ले, अगर किसी पर व्यवस्था नहीं है, तो प्रशासन उसके रहने खाने की व्यवस्था करेगा.
कुंवारी नदी के किनारे बसे रोज गांव में पानी भर जाने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है उनका घर गृहस्ती का सामान बिक चुका है, घरों में पानी भर गया है, ऐसी स्थिति में लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
तालाब फूटने की आशंका के चलते पुलिस ने 2 गांव को किया विस्थापित
अगरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत पीपल बावड़ी मैं बना तालाब फूटने की आशंका के चलते आगरा पुलिस ने 2 गांव को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है, आगरा थाना प्रभारी श्यामवीर सिंह तोमर ने बताया है कि के पीपल बावड़ी के तालाब में सुरक्षा की दृष्टि से कुछ जगह दरारें आ गई थी, जहां हमने कट्टी डाल कर उनको ठीक कर दिया है.
तालाब की हो रही मरम्मत
सुरक्षा की दृष्टि से पीपल बावड़ी गांव शाहपुरा गांव के करीब 50 50 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है, जहां उनको रहने खाने की व्यवस्था भी कराई जा रही है, वर्तमान में तलाब फूटा तो नहीं है, लेकिन अपने सुरक्षा की दृष्टि से ऐतिहासिक गांवों को विस्थापित कर दिया है, तालाब पर जहां दरारें हैं, उसे रिपेयर किया जा रहा है.
पूर्व मंत्री ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
मध्य प्रदेश शासन के पूर्व मंत्री पूर्व विधायक रामनिवास रावत ने मुख्यमंत्री के नाम एक पत्र लिखा है,जिसमें उन्होंने कहा कि श्योपुर जिले में अत्यधिक बारिश होने से इसका हवाई सर्वे कराकर सेना की मदद से बचाव एवं राहत कार्य शुरू किया जाए, जिले में अधिक वर्षा होने से कई गांव टापू बन गए हैं लोगों के घर गृहस्ती का सामान बह गया है, ऐसी स्थिति में सेना फोर्स की मदद से लोगों को बाढ़ से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाए.
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उनके खाने-पीने की रहने की व्यवस्था प्रशासन करें और जहां तालाब बने हैं वहां पर फूटने की आशंका के चलते जल संसाधन विभाग तैनात कर सतत निगरानी की जाए, विजयपुर नगर में भी क्वारी नदी अत्यधिक बाहब से लोगों को काफी नुकसान हुआ है उसका सर्वे करा कर उनको राहत राशि उपलब्ध कराई जाए, हवाई सर्वे कराकर नदी के किनारे बसे गांव में एवं तालाबों की तलहटी में बसे गांव तत्काल रेड अलर्ट जारी किया जाए, साथ ही एनडीआरएफ की मदद लेकर उच्च स्तर पर बचाव राहत शुरू किया जाए.