शाजापुर। जिले के ग्राम पंचायत मेहंदी के भाटखेड़ी में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर रिश्वत मांगने का मामला सामने आया है. वहीं इस साल हुई भारी बारिश के चलते कई घर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, जिससे किसी भी समय हादसे का अंदेशा बना रहता है.
शहर से महज कुछ किलोमीटर दूर मेहंदी ग्राम पंचायत के भाटखेड़ी गांव के कच्चे घरों के हालात काफी दयनीय है. लोग इन कच्चे मकानों में जैसे-तैसे जीवन यापन कर रहे हैं. लगातार हो रही बारिश के चलते कच्चे मकान गिर रहे हैं, ऐसे में जनप्रतिनियों से एक उम्मीद रहती है कि उनके द्वारा कोई सरकार से मदद दिलाई जाएगी, लेकिन सरपंच सचिव अपनी जेब भरने में लगे रहते है. भाटखेड़ी गांव के ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सरपंच द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर 20 से 25 हजार की रिश्वत की मांग की जा रही है. सरपंच का कहना है कि पैसै मिलने पर ही योजना का लाभ मिल पाएगा.
सरकार देश को 2022 तक विश्व के अग्रणी देशों की पंक्ति में खड़े करने की बात करती रहती है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों की तस्वीरें कुछ और ही बयां करती है. प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ भी रसूखदारों को दिया जा रहा हैं. कई इलाकों में आज भी गरीब परिवारों से यह योजना कोसों दूर है.