उज्जैन। शाजापुर जिले के मोहन बड़ोदिया विकासखंड के ग्राम बिजाना में कक्षा 8वीं की बोर्ड परीक्षा में सामूहिक नकल के मामले में जांच कमेटी की रिपोर्ट आ गई है. कमेटी ने मामले में केन्द्राध्यक्ष, सहायक केन्द्राध्यक्ष सहित 4 शिक्षकों को दोषी करार दिया है. इस रिपोर्ट के आधार पर जिला शिक्षा अधिकारी ने दो शिक्षकों को निलंबित कर दिया है. दो अन्य शिक्षकों के निलंबन प्रस्ताव संयुक्त संचालक, शिक्षा उज्जैन को भेज दिए गए हैं.
नकल का वीडियो हुआ था वायरल: बिजाना गांव के शासकीय हाई स्कूल में 25 मार्च को ली जा रही कक्षा 8वीं की बोर्ड परीक्षा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इसमें परीक्षार्थी सामूहिक नकल करते हुए दिखाई दे रहे थे. नकल के लिए किताबों और मोबाइल का उपयोग हो रहा था. वीडियो वायरल होने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी विवेक दुबे ने इस मामले की जांच के लिए समिति का गठन कर 3 दिन में रिपोर्ट देने को कहा था. जांच समिति ने केन्द्राध्यक्ष पुखराज अटनेरिया, सहायक केन्द्राध्यक्ष समीना अंजुम, प्राथमिक शिक्षक फ़िरदौस कादरी और प्रीति त्रिवेदी को दोषी पाया है. जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर मेरे अधिकार क्षेत्र में आने वाले फ़िरदौस कादरी और प्रीति त्रिवेदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. केन्द्राध्यक्ष एवं सहायक केन्द्राध्यक्ष के निलंबन प्रस्ताव संयुक्त संचालक शिक्षा को भेज दिए गए हैं.
50 प्रतिशत निर्वाह भत्ता मिलेगा: आदेश में कहा गया है कि परीक्षा में कदाचरण का दोषी पाते हुए फिरदौस कादरी, प्राथमिक शिक्षक संस्था शासकीय प्राथमिक विद्यालय कुमडी संकुल केन्द्र शास. उ.मा.वि. दुपाडा को तत्काल प्रभाव से पद से निलंबित किया जाता है. निलंबन के दौरान कादरी का मुख्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय शुजालपुर रहेगा. मूलभूत नियम 53 के तहत संबंधित को निलंबनकाल में नियमानुसार 50 प्रतिशत निर्वाह भत्ते की पात्रता रहेगी.