शाजापुर। शहर में स्थित राजराजेश्वरी मंदिर एक शक्तिपीठ के रूप में स्थित है. नवरात्रि में यहां भक्तों की भारी भीड़ लग रही है. नवरात्र में नौ दिनों तक माता के नौ रूपों की अलग-अलग पूजा की जाती है. शहर के आसपास के गांवों और दूर से भी लोग माता के दर्शन करने आते हैं.
माता राजराजेश्वरी मंदिर का निर्माण 1018 में राजा भोज के समय में हुआ. इस मंदिर के किनारे से शहर के बीचों-बीच निकलने वाली चिलर नदी निकलती है. जो इस मंदिर का आकर्षण बढ़ा देती है. इस मंदिर में स्थित माता की प्रतिमा बहुत ही आकर्षक हैं.
यहां के पुजारी ने बताया कि माता इन 9 दिनों में अपना रूप तीन बार बदलती है जो माता की शक्ति का प्रमाण है. पुजारी ने बताया कि माता सती का शरीर भगवान शंकर लेकर जा रहे थे .तब उनका दाहिना पैर यहां पर गिरा तब से यह शक्तिपीठ के रूप में प्रसिद्ध है.