शाजापुर। जिले के शुजालपुर में 60 लाख की फिरौती के लिए हुए नगर पालिका के सब इंजीनियर व उसके निजी ड्राइवर के अपहरण की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. पुलिस ने इस मामले में दो नाबालिगों सहित 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इसमें से एक आरोपी विकलांग है, जिसे कोर्ट तक उठाकर ले जाना पड़ा.
दरअसल, शुजालपुर में 2 मार्च को नगर पालिका के सब इंजीनियर राहुल गुप्ता व उसके ड्राइवर सतीश का अपहरण किया गया था. जिन्हें बदमाशों ने 5 घंटे बंधक रखने के बाद 60 लाख की फिरौती मांगी थी. लेकिन फिरौती नहीं मिलने पर आरोपियों ने इंजीनियर के एटीएम से 60 हजार रुपये निकालकर उन्हें छोड़ दिया था. वहीं मामले की सूचना मिलने पर साइबर सेल की टीम ने मोबाइल नंबर ट्रेस करते हुए विकलांग आरोपी अजय तक पहुंची. जिसकी निशानदेही पर सभी आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं.
इस साजिश का मास्टरमाइंड सनी नगर पालिका दफ्तर के सामने रायकनपूरा का ही रहने वाला है. जिसने कार पार्क करते समय इंजीनियर के ड्राइवर से उसके मालिक की जानकारी जुटाई. इसके बाद दोस्त विजेंद्र के साथ मिलकर अपहरण की पूरी साजिश रची गई. इसके लिए राजगढ़ जिले के लसुडिया रामनाथ से 5 और युवकों को वारदात में शामिल किया गया. जिसके बाद 2 मार्च को आरोपियों ने पहले इंजीनियर के ड्राइवर और उसके बाद इंजीनियर को बंधक बना लिया.
अजय किडनी से संबंधित बीमारी का मरीज है और दोनों पैरों से विकलांग होने के बाद भी कार चलाने में माहिर था. इसलिए विजेंद्र ने उसे चुना था. आरोपी अजय ने पूछताछ में बताया कि साजिशकर्ता विजेंद्र को देसी कट्टा भी उसी ने दिया था. इस गैंग ने इंजीनियर का एटीएम लेकर 12वीं के एक नाबालिग छात्र को मोहरा बनाकर उससे पैसे निकलवाये, पुलिस ने उसे भी आरोपी बनाया है.