शाजापुर। शुजालपुर क्षेत्र में आंतरिक मार्गों की हालत लगातार खराब हो रही है. पिछले दिनों हुई बारिश के बाद सड़के और भी क्षतिग्रस्त हो गई है. वहीं मंडी क्षेत्र की सबसे व्यस्ततम सड़क महात्मा गांधी मार्ग की हालत सबसे ज्यादा खराब है. इस मार्ग पर गड्डे इतने है कि वाहन दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं.
नगर पालिका ने लंबे समय से आंतरिक डामरीकृत मार्गों पर निर्माण कार्य नहीं किया है. इसी के चलते महत्वपूर्ण सड़कों की सूरत बिगड़ रही है. नगर पालिका अधिकारी की मानें, तो वर्तमान में नगर पालिका की माली हालत ठीक नहीं है. जब तक वित्तीय स्थिति नहीं सुधरती, तब तक सड़क का निर्माण संभव नहीं है.
मंडी क्षेत्र में पुलिस चौकी चौराहे के पास से लेकर रोकडिया हनुमान मंदिर तक सड़क का डामर कई स्थानों पर उखड़ चुका है. यहां पर बड़े-बड़े गड्डे हो गए है. सड़क उखड़ने के चलते वाहनों के गुजरने पर धूल के गुबार उड़ते है, जिसकी वजह से दुकानदार भी परेशान हो रहे है.
पूर्व में नगर पालिका द्वारा सड़क की हालत खराब होने पर मटेरियल डलवाकर व्यवस्था बनाने के प्रयास किए गए, लेकिन इस वर्ष मुख्य मार्गों पर मटेरियल भी नहीं डाला गया, जिससे सड़क लगातार खराब हो रही है. महात्मा गांधी मार्ग के अलावा चौबे विद्यालय, लोहिया मार्ग, दिगम्बर जैन मंदिर रोड पर भी सड़क जर्जर होने लगी है.
कॉलोनियों में भी हालत खराब
व्यस्ततम सड़कों के साथ ही कॉलोनियों के मार्गों की भी स्थिति लगातार खराब हो रही है. नगर पालिका ने कुछ कॉलोनियों के मार्गों पर पेबर ब्लॉक की सड़क बनवाई थी. ये पेबर ब्लॉक कई स्थानों पर उखड़ चुके हैं. वहीं घरों से निकलने वाला पानी इसमें जमा हो रहा है.
वार्ड क्रमांक-14 में स्थित शारदा उतकृष्ट विद्यालय के पास मार्ग निर्माण की मांग लंबे समय से उठ रही है. इस मार्ग पर नगर पालिका ने निर्माण कार्य नहीं कराया हैं. यहां पर अनियत मटेरियल डाल दिया जाता है, जिसको सही ढंग से नहीं फैलाने के चलते आवागमन में परेशानी बढ़ रही है. नगर के अधिकांश कॉलोनियों के प्रवेश मार्गों पर सड़कों की हालत खराब हो रही है.
नगर पालिका सीएमओ निकहत सुल्ताना ने बताया कि योजना के तहत नाला निर्माण होना है. वहीं शहर के आंतरिक मार्ग को लेकर कोई प्रस्ताव नहीं किया गया है. वर्तमान में नगर पालिका को प्रतिमाह प्राप्त होने वाली राशि वरिष्ठ कार्यालय से प्राप्त नहीं हो पा रही है. नगर पालिका की वित्तीय स्थिति ठीक नहीं होने से कार्य समय पर नहीं हो पा रहा है. व्यस्ततम मार्गों पर परेशानी अधिक है, इसलिए यहां पर मटेरियल डलवाकर वैकल्पिक व्यवस्था बनवाई जाएगी.