शाजापुर। एडीएम मंजूषा विक्रांत राय (manjusha vikrant rai) का थप्पड़ मारने वाला वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस नेताओं ने इसका विरोध किया है. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि थप्पड़ मारने का अधिकार किसी को नहीं है. यदि नियमों का उल्लंघन हो रहा था तो मामला दर्ज करना चाहिए था, थप्पड़ मारना उचित नहीं है.
- कांग्रेस की थप्पड़क कांड पर आप्पति
दरअसल, कोरोना कर्फ्यू का पालन कराने के दौरान एडीएम मंजूषा विक्रांत राय द्वारा जूता चप्पल व्यापारी को थप्पड़ मारने का वीडियो वायरल हुआ था. जिसके बाद जिले में राजनीति गरमा गई. कांग्रेस के जिला अध्यक्ष योगेंद्र सिंह बंटी कहा कि कोरोना कर्फ्यू के चलते व्यापारियों की हालत खराब हो गई है. आमजनों को परिवार का पालन पोषण करने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है और सरकार द्वारा अधिकारियों को आमजनों को मारने-पीटने की खुली छूट दे दी गई है. जिसके चलते प्रदेश में अधिकारी बेलगाम हो गए हैं और वह आए दिन व्यापारियों/आमजनों के साथ अमानवीय व्यवहार कर रहे हैं.
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- कालापीपल विधानसभा ने भी किया विरोध
कांग्रेस ने कहा कि छत्तीसगढ़ के कलेक्टर द्वारा युवक के साथ मारपीट करने पर वहां के मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को तत्काल निष्कासित कर दिया गया था, लेकिन मध्य प्रदेश में जनता के साथ मारपीट करने वाले अधिकारियों को सरकार द्वारा सरंक्षण दिया जा रहा है. जो गलत है. मामले में शाजापुर जिले की कालापीपल विधानसभा से कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी (Kunal Chaudhary) ने कहा कि किसी को भी थप्पड़ मारने का अधिकार नहीं है. व्यापारियों के साथ मारपीट करने वाले ऐसे अधिकारियों के खिलाफ प्रदेश सरकार को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए.