भोपाल/शाजापुर। बीजेपी की विकास यात्रा में पहुंचे मंत्री इंदर सिंह परमार ने एक पटवारी को मंच से ही सस्पेंड कर दिया. शाजापुर जिले के बोरसाली में विकास यात्रा के दौरान वह जनता की समस्याएं सुन रहे थे तभी किसी ने पटवारी की शिकायत कर दी. पटवारी महेश धानुक के बारे में कुछ लोगों ने मंत्री इंदर सिंह परमार को मंच पर ही कागज मुहैया कराए और उन पर यह आरोप लगाया कि पटवारी बिना पैसे लिए कोई भी काम नहीं करते. इसके बाद मंत्री इंदर सिंह परमार ने इसकी पुष्टि करने के बाद माइक से ही बोलते हुए कहा कि इस पटवारी को सस्पेंड किया जाता है.
पटवारी पर आई शामत: लोगों की शिकायत के बाद मंत्री ने पटवारी को बुलाया और पूछा तो वह ना नुकुर करता हुआ नजर आया. जिसके बाद मंत्री ने वहां बैठी जनता से पूछा कि कोई भी ऐसा व्यक्ति है जिससे इस पटवारी ने पैसा काम के एवज में लिया हो. इस पर कई ग्रामीण बोलने को तैयार नहीं हुए और सुनते रहे. तब मंत्री ने दोबारा यही सवाल किया कि अगर पटवारी पैसा लेता है तो कोई है जो बोल सकता है, कि इसने पैसा लिया है वो सामने आए.
मंत्री की बात सुनते ही एक ग्रामीण खड़ा हुआ तो मंत्री ने उसे मंच के करीब बुलाया और पूछा बताओ क्या समस्या थी, तो उसने बताया कि पटवारी ने उससे काम करने के एवज में पैसे लिए थे. इसके बाद मंत्री इंदर सिंह परमार गुस्सा हो गए और मंच से माइक पर अन्य लोगों से भी बोला, कि अगर यह पैसा पटवारी लेता है तो आप लोगों को बोलना चाहिए. इतना सुनने के बाद कुछ देर के लिए मंच और सभा स्थल पर शांति हो गई. लेकिन जैसे ही पटवारी वहां से जाने लगा तो मंत्री इंदर सिंह परमार ने माइक से ही बोलते हुए कहा कि इस पटवारी को सस्पेंड किया जाता है.
भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं: स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने बताया कि मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ बीजेपी सरकार का कड़ा रुख हमेशा ही जारी है. ऐसे में भ्रष्टाचार कहीं भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. पटवारी की शिकायत बहुत सारे लोगों ने की थी और सामने साक्ष्य रूप में लोग मौजूद थे. जिसके बाद उसे सस्पेंड कर तुरंत ही कार्रवाई की गई. जनता हित में इस तरह के निर्णय लगातार लिए जाते रहेंगे. यह पहला मौका नहीं है जब मंच से किसी नेता ने अधिकारियों को सस्पेंड किया हो, इसके पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कई बार शिकायत मिलने पर अधिकारियों को मंच से ही सस्पेंड कर चुके हैं.