शाजापुर। जिला मुख्यालय पर गुरुवार को आपदा प्रबंधन की बैठक का आयोजन किया गया. बैठक के बाद कालापीपल विधायक कुणाल चौधरी पर सरकार पर मौत के आंकड़े छिपाने का आरोप लगाया. कुणाल चौधरी ने आरोप लगाया कि सिर्फ कालापीपल विधानसभा में ही 1200 मौत हुई है, जबकि सरकारी आंकड़ा जिले में 52 मौत बता रहा है.
सरकार छिपा रही है आंकड़े
कुणाल चौधरी ने कहा कि कालापीपल विधानसभा क्षेत्र के हर गांव से नाम सहित जो आंकड़े इकट्ठे किए गए हैं, उनमें 90 प्रतिशत लोगों की मौत कोरोना संक्रमण से हुई है, कहीं प्रशासनिक अव्यवस्थाओं के चलते मौत हुई, तो कहीं कोरोना संक्रमण से. चौधरी ने कहा कि ये मौत नहीं, हत्या है. इन हत्याओं की दोषी प्रदेश सरकार है. कुणाल चौधरी ने कालापीपल विधानसभा के गांवों में हुई मौतों की ग्राम पंचायतवार नाम सहित पूरी सूची आपदा प्रबंधन बैठक में शाजापुर के प्रभारी मंत्री को सौंपी. कुणाल चौधरी ने सरकार से मांग की है कि मृतकों के परिजनों को 4 लाख का मुआवजा दिया जाए. कुणाल चौधरी ने कहा कि सरकार केवल 1 लाख का मुआवजा दे रही है, वो 1 लाख भी उन चुनिंदा भाजपा कार्यकर्ताओं के परिवारों को दे रहे हैं, जो सरकारी आंकड़े में मृत बताए गए हैं.
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नहीं छिपाए जा रहे आंकड़े
वहीं जिले के प्रभारी मंत्री इंदरसिंह परमार ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस के आरोप गलत हैं. मौत का ऑडिट हो रहा है. ऑडिट के बाद नाम दर्ज किए जाएंगे, लेकिन सरकार ने मुआवजे का ऐलान किया, इसको लेकर कुछ केस ऐसे आ रहे हैं, जो संदेहपूर्ण हैं, इसलिए उनकी छंटनी की जा रही है. इंदर सिंह परमार ने कहा कि सरकार किसी तरह से परिवारों को मुआवजा दिलाने का काम करेगी. अगर किसी दूसरी योजना से हितग्राही को मुआवजा मिलेगा तो उसके जरिए उनतक मदद पहुंचाई जाएगी.