शाजापुर। जिले के शुजालपुर में शासकीय जेएनएस पीजी कॉलेज के वनस्पति उद्यान का उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया. इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव और स्कूल शिक्षा स्वतंत्र प्रभार एवं सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इंदरसिंह परमार, अम्बाराम कराड़ा मौजूद थे जो मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे.
इस मौके पर डॉक्टर मोहन यादव ने वनस्पति विज्ञान में नोबल पुरस्कार अर्जित करने वाले डॉ. हरगोविन्द खुराना को याद करते हुए उनके द्वारा की गई खोज की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जनभागीदारी समिति के लिए व्यय करने की लिमिट 50 हजार रुपए से बढ़ाकर एक करोड़ रुपए कर दी गई है. उन्होंने आशा व्यक्त की है कि नेक के मूल्यांकन में शुजालपुर का महाविद्यालय ए प्लस ग्रेड लाएगा.
वनस्पति उद्यान से होगी पौधों की पूर्ति
राज्यमंत्री परमार ने संबोधित करते हुए कहा कि महाविद्यालय में पौधे लगाने की शुरूआत की गई थी. उन्होंने बताया कि छात्रों को वनस्पति विज्ञान की प्रयोगशाला में विभिन्न प्रजातियों के पौधों की आवश्यकता होती है. इस आवश्यकता की पूर्ति महाविद्यालय वनस्पति उद्यान करेगा और उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव महाविद्यालय के विकास के लिए स्वीकृतियां प्रदान करेंगे.
इस मौके पर उन्होंने महाविद्यालय के एतिहासिक पृष्ठ भूमि पर भी प्रकाश डाला. अम्बाराम कराड़ा ने कहा कि प्रत्येक वृक्षों एवं पौधों में औषधीय गुण विद्यमान रहते हैं. महाविद्यालय के वनस्पति उद्यान से छात्रों को सुविधा मिलेगी. वनस्पति उद्यान के शुभारंभ के पश्चात अतिथियों ने उद्यान में साईप्रेस भोजपत्र के पौधे का रोपण किया.
पुस्तक का विमोचन
जेएनएस महाविद्यालय के इतिहास के प्राध्यापक डॉ भुवनेश्वर कुमार त्यागी द्वारा लिखी गई इंडिया एंड द सेन्ट्रल एशिया, पास्ट, प्रजेन्ट एंड फ्यूचर एन हिस्टोरिकल एंड सोशियो इकोनॉमिक स्टडी पुस्तक का अतिथियों ने विमोचन भी किया.