शाजापुर। हिंदू संस्कृति में पुरुषोत्तम मास (अधिक मास) को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. इस अवसर पर भक्त भगवान को छप्पन भोग लगाकर प्रसन्न करते हैं. इस मौके पर शाजापुर जिले के कई मंदिरों में भी भगवान को छप्पन भोग लगाया गया. साथ ही रंगोली बनाकर दीप जलाए गए. तीन साल में एक बार आने वाले पुरुषोत्तम मास (अधिक मास) का समापन शुक्रवार को अमावस्या पर हुआ.
पूरे माह शहर के विभिन्न मंदिरों में धार्मिक आयोजनों का दौर चलता रहा. माह के अंतिम दिन कई मंदिरों में दीपावली का पर्व मनाया गया. वहीं कई मंदिरों में भगवान को छप्पन भोग भी लगाए गए.
मान्यता के अनुसार पुरुषोत्तम माह के दौरान एक माह में ही हिंदू धर्म के सभी प्रमुख त्योहारों का आयोजन किया जाता है. ऐसे में शुक्रवार को दीपावली का पर्व मनाया गया. शहर के भावसार मोहल्ला स्थित मां हिंगलाज माता मंदिर में बालिकाओं ने आकर्षक रांगोली बनाई.
इसके बाद हर दिन मंदिर में होने वाले भजन-किर्तन में शामिल महिलाओं ने मंदिर में छप्पन भोग का आयोजन किया. इस दौरान भजन-किर्तन का दौर चलता रहा. जहां बड़ी संख्या में भक्त पहुंचकर दर्शन लाभ लिए. वहीं द्वारकाधीश हवेली, गोवर्धननाथजी की हवेली सहित विभिन्न मंदिरों में दीपक जलाकर अन्नकूट का आयोजन किया गया.