ETV Bharat / state

रक्षाबंधन पर लगा कोरोना ग्रहण, सूने पड़े हैं बाजार - शाजापुर न्यूज

भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को समर्पित इस त्योहार पर आम दिनों में बाजार रंग-बिरंगी राखियों से सज जाता था, लेकिन इस साल कोरोन ने त्योहार को फीका कर दिया है.

Corona effect on Raksha bandhan
रक्षाबंधन पर दिखा कोरोना असर
author img

By

Published : Jul 30, 2020, 2:26 PM IST

शाजापुर। कोरोना संक्रमण का असर रोजमर्रा के साथ अब त्योहारों पर भी दिख रहा है. तीन अगस्त को रक्षाबंधन है, लेकिन इस बार बाजार में रक्षाबंधन की चमक फीकी दिख रही है और न ही खरीददारों में कोई उत्साह दिख रहा है. भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को समर्पित इस त्योहार में आम दिनों में बाजार रंग-बिरंगी राखियों से सज जाता था, लेकिन इस साल कोरोन ने त्योहार को फीका कर दिया है.

रक्षाबंधन पर दिखा कोरोना असर

शाजापुर में इस बार बाजार में बेहद कम दुकानें राखी से सजी नजर आ रही हैं, जहां हर साल मुख्य बाजार में 200 से ज्यादा दुकानें और ठेले लगते थे, वहां इस बार 30 प्रतिशत दुकानों में ही राखी की बिक्री हो पा रही है. भारत-चीन के बीच गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद चीनी सामन पर भी प्रतिबंध लग गया है, जिसकी वजह से बाजार में आकर्षित राखियां नहीं दिख रही हैं. बहनें अपने भाइयों के लिए राखी खरीदने बाजार तो पहुंच रही हैं, लेकिन राखियों के बढ़े दाम उन्हें मायूस कर रहे हैं.

दुकानदार सतीश शर्मा का कहना है कि इस बार कोरोना वायरस के कारण राखी फीकी लग रही है, कोरोना संक्रमण की वजह से लोग बाजारों में आना नहीं चाहते. ज्यादातार लोग अपने हाथों से बनी राखी ही अपने भाइयों की कलाई पर बांधेगी. उनका कहना है कि बाजार में कुछ लोग ही राखी खरीद रहे हैं. ऐसे में त्योहार पर बाजार पूरा ठंडा पड़ा है.

शाजापुर। कोरोना संक्रमण का असर रोजमर्रा के साथ अब त्योहारों पर भी दिख रहा है. तीन अगस्त को रक्षाबंधन है, लेकिन इस बार बाजार में रक्षाबंधन की चमक फीकी दिख रही है और न ही खरीददारों में कोई उत्साह दिख रहा है. भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को समर्पित इस त्योहार में आम दिनों में बाजार रंग-बिरंगी राखियों से सज जाता था, लेकिन इस साल कोरोन ने त्योहार को फीका कर दिया है.

रक्षाबंधन पर दिखा कोरोना असर

शाजापुर में इस बार बाजार में बेहद कम दुकानें राखी से सजी नजर आ रही हैं, जहां हर साल मुख्य बाजार में 200 से ज्यादा दुकानें और ठेले लगते थे, वहां इस बार 30 प्रतिशत दुकानों में ही राखी की बिक्री हो पा रही है. भारत-चीन के बीच गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद चीनी सामन पर भी प्रतिबंध लग गया है, जिसकी वजह से बाजार में आकर्षित राखियां नहीं दिख रही हैं. बहनें अपने भाइयों के लिए राखी खरीदने बाजार तो पहुंच रही हैं, लेकिन राखियों के बढ़े दाम उन्हें मायूस कर रहे हैं.

दुकानदार सतीश शर्मा का कहना है कि इस बार कोरोना वायरस के कारण राखी फीकी लग रही है, कोरोना संक्रमण की वजह से लोग बाजारों में आना नहीं चाहते. ज्यादातार लोग अपने हाथों से बनी राखी ही अपने भाइयों की कलाई पर बांधेगी. उनका कहना है कि बाजार में कुछ लोग ही राखी खरीद रहे हैं. ऐसे में त्योहार पर बाजार पूरा ठंडा पड़ा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.