शहडोल। बुध ग्रह को ग्रहों का राजकुमार माना जाता है. इसे सबसे बुद्धिमान ग्रह भी माना जाता है. साथ ही यह भी माना जाता है कि यह ग्रह जिस राशि में जाता है, उस राशि के जातकों के लिए बेहतर समय होता है. सब कुछ अच्छा होता है, लेकिन जब ऐसे गृह वक्री हो जाते हैं तो फिर वो कई राशियों को प्रभावित करते हैं. जिससे कई परेशानियां भी आती हैं. ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि बुध ग्रह 25 अगस्त से वक्री होने जा रहा है. जिससे तीन राशि के जातकों की मुश्किलें बढ़ेंगी.
बुध हो रहा वक्री इन राशि वालों की बढ़ेगी परेशानी: ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री के मुताबिक 25 अगस्त से बुद्ध जो की ग्रहों का राजकुमार माना जाता है, वो वक्री होने जा रहा है, या इसे ऐसा भी कह सकते हैं कि यह ग्रह अस्त होने जा रहा है, जिसकी वजह से तीन राशि के जातकों के मुश्किलें बढ़ेंगी. वर्तमान में बुध ग्रह सिंह राशि में मौजूद है. बुद्ध के वक्री हो जाने के बाद से सिंह राशि, वृश्चिक राशि और कुंभ राशि के जातकों के लिए समय थोड़ा परेशानी वाला रहेगा.
सिंह राशि: ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री के मुताबिक अभी जो वर्तमान में ग्रहों के राजकुमार बुद्ध हैं. जो सबसे बुद्धिमान ग्रह माने जाते हैं, वो सिंह राशि में बैठे हैं. 25 अगस्त से बुध ग्रह वक्री होने जा रहा है. सिंह राशि में बैठकर यह ग्रह वक्री होंगे. इस वजह से इस राशि के जातकों के लिए अब समय थोड़ा मुश्किल भरा आने वाला है. बुध ग्रह के सिंह राशि में वक्री हो जाने से इस राशि के जातक अपना काम सुचारू रूप से नहीं कर पाएंगे. बुध के वक्री होने को दूसरे शब्दों में अस्त होना भी कहा जा सकता है. सिंह राशि की बात करें तो सिंह राशि में बुद्ध आने से अब तक सारे काम इस राशि के जातकों के बन रहे थे. हर कार्य योजना सरल तरीके से सुगमता से हो रहे थे, क्योंकि बुद्ध की अच्छी दृष्टि पड़ रही थी, लेकिन अब सिंह राज के जो भी जातक हैं, वो बुध ग्रह के अचानक अस्त हो जाने से यानी वक्री होने के कारण सिंह राशि के जातकों की परेशानी बढ़ेगी. जो काम बन रहे थे, अब उसमें परेशानियां आयेंगी. आसानी से हो रहे काम भी नहीं बनेंगे.
सिंह राशि के जातक रहेंगे परेशान: अचानक 25 अगस्त से बुध के वक्री हो जाने के कारण सिंह राशि के जातक परेशान रहेंगे. सूर्य अकेले अपना काम नहीं कर पाएगा. बुद्ध के कारण सूर्य मजबूत था, लेकिन बुद्ध के वक्री होने के कारण सिंह राशि में थोड़ा गड़बड़ चलेगा. सिंह राशि के सभी जातक थोड़े परेशान होंगे, उनके बनते हुए कार्य रुक जाएंगे और थोड़ा अस्वस्थ भी रहेंगे.
वृश्चिक राशि: बुद्ध के वक्री या अस्त हो जाने के कारण वृश्चिक राशि भी प्रभावित होगी. वैसे तो वृश्चिक राशि में मंगल बैठा था, लेकिन मंगल के दूसरे राशियों को देखने के कारण वृश्चिक राशि वाले जातक भी परेशान होंगे. आर्थिक रूप से कमजोर होंगे. बुद्ध के वक्री हो जाने के कारण ऐसे जातक थोड़ा आर्थिक तौर पर कमजोर होंगे और कार्यों में असफलता मिलेगी. जिनकी मुकदमे बाजी चल रही थी या राजनीतिक क्षेत्र में हैं, उनका कद कम होगा. कोई भी कार्य करेंगे तो थोड़ा नुकसान होने की संभावना बनी रहेगी.
कुंभ राशि: कुंभ राशि के जातकों की बात करें तो कुंभ राशि का स्वामी शनि है और मित्र उसका बुध है, लेकिन बुद्ध के वक्री या अस्त होने के कारण शनि इस राशि पर हलचल मचाएगा. इस राशि के जितने भी जातक हैं, आपस में छोटी-छोटी बातों में झगड़ा होने की संभावना बनी रहेगी. व्यापार में रुकावट आएगी, शरीर में थोड़ा अस्वस्थता आएगी. उसमें थोड़ा सा बदलाव आएगा. मतलब कोई भी कार्य करेंगे तो उसमें थोड़ा सा बदलाव आएगा. यानी आगे प्रगति नहीं होगी. विद्यार्थी थोड़ा सोच समझकर कार्य करेंगे अन्यथा आलस के भाव आएंगे. जो व्यापारी वर्ग हैं, जैसे गेहूं, चावल, कुटकी ऐसे अनाजों का संग्रह करेंगे तो इनका लाभ मिलेगा. शेष अन्य जो लोग हैं. चाहे फिर विद्यार्थी हो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले हों या फिर पॉलिटिकल लोग हों, इन्हें झटका लगने की संभावना बनी रहेगी.
उपाय: ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं की इसीलिए सभी जातकों के लिए सलाह है कि सूर्य की उपासना करें, पूजन करें, सूर्य को अर्घ दें, तो थोड़ा सा समय में बदलाव होगा और शांति बनी रहेगी.