शहडोल। आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित प्रदेश की शहडोल लोकसभा सीट धीरे-धीरे हाईप्रोफाइल होती जा रही है क्योंकि यहां बीजेपी-कांग्रेस दोनों ही महिला उम्मीदवार पर दांव लगा रहे हैं. बीजेपी की ओर से हिमाद्री सिंह और कांग्रेस की ओर प्रमिला सिंह की दावेदारी लगभग तय मानी जा रही है, लेकिन इस सीट के चुनावी इतिहास पर नजर डाले तो यहां से अब तक सिर्फ दो महिलाएं ही सांसद बनी हैं.
विंध्य अंचल की आदिवासी बाहुल्य शहडोल लोकसभा सीट से कई आदिवासी नेता सांसद बनकर इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं, जबकि महिला नेताओं की बात करें तो आजादी के बाद से अब तक 2 ही महिला नेता शहडोल लोकसभा सीट से चुनकर दिल्ली तक पहुंची हैं. 1967 में गिरिजा कुमारी शहडोल से पहली महिला सांसद बनीं थी. फिर लंबे अंतराल के बाद 2009 में राजेश नंदिनी शहडोल से दूसरी महिला सांसद बनी थीं और दोनों ही महिला सांसद कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीती थीं.
वही महिलाओं के प्रतिनिधित्व के सवाल पर बीजेपी-कांग्रेस के नेताओं की अपनी-अपनी राय है. दोनों का कहना है कि उनकी पार्टियों ने सत्ता में महिलाओं को बराबर का भागीदार बनाया है. कांग्रेस के प्रदेश सचिव रविंद्र तिवारी का कहना है कि कांग्रेस ने ही महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने की व्यवस्था की थी. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य बना, जहां महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया, जबकि शहडोल लोकसभा सीट से जो दो सांसद चुनी गयीं वो भी कांग्रेस से ही थी.
बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष प्रकाश जगवानी भी महिलाओं को बराबर सम्मान दिए जाने की बात करते हैं. उनका कहना है कि बीजेपी महिलाओं को बराबर मौका दे रही है. शहडोल लोकसभा सीट पर 10-12 साल पहले पार्टी ने हेमंत पोर्ते को टिकट दिया था, पर वो चुनाव हार गयीं थी. उनका कहना है कि बीजेपी ने महिलाओं को सत्ता में भागादीर बनाया है. जिसके चलते आज कई महिलाएं देश और प्रदेश की राजनीति में अपनी भागीदारी निभा रही हैं.
इस बार दो महिला नेता टिकट की प्रबल दावेदार
भले ही अब तक शहडोल सीट से दो ही महिला सांसद चुनी गयी हैं, लेकिन इस बार यहां बीजेपी-कांग्रेस में दो महिला नेताओं की दावेदारी ही प्रमुख मानी जा रही है. खास बात ये भी है कि दोनों महिला जिस पार्टी से टिकट मांग रही हैं, कुछ वक्त पहले तक वे उसी पार्टी के खिलाफ थी. हाल ही में कांग्रेस का दामन छोड़ बीजेपी में शामिल होने वाली हिमाद्री सिंह बीजेपी से टिकट की प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं तो विधानसभा चुनाव के वक्त बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाली प्रमिला सिंह को कांग्रेस का टिकट मिलने के पूरे आसार हैं.