Pushya Nakshatra Sanyog: वैसे तो पुष्य नक्षत्र हर महीने आता है, लेकिन कार्तिक कृष्ण पक्ष के पुष्य नक्षत्र को बहुत शुभ माना जाता है और इस बार के पुष्य नक्षत्र को बहुत ही विशेष माना जा रहा है, क्योंकि चार योग एक साथ मिल रहे हैं, जो विशेष योग बना रहे हैं. 1823 के बाद अब बन रहे इस योग से लाभ ही लाभ होगा. ज्योतिष आचार्य की मानें तो ऐसा कई सालों के बाद योग बन रहा है, जो बहुत ही शुभ योग माना जा रहा है.
पुष्य नक्षत्र का शुभ मुहूर्त: ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि इस बार कार्तिक कृष्ण पक्ष का पुष्य नक्षत्र 4 नवंबर को 10:14 बजे से शुरू हो रहा है, जो 5 नवंबर को 12:18 बजे के दिन तक रहेगा.
200 साल बाद पुष्य नक्षत्र पर बन रहा विशेष संयोग: ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि इस बार कार्तिक शुक्ल पक्ष को जो पुष्य नक्षत्र पड़ रहा है, वो बहुत ही विशेष है. 200 साल बाद ऐसा योग बन रहा है, इसके साथ ही इस बार पुष्य नक्षत्र के साथ चार योग एक साथ मिल रहे हैं, जो विशेष योग बना रहे हैं. पुष्य नक्षत्र में चार योग मिलने के कारण ये नक्षत्र का राजा हो जाता है, जो काफी बलवान हो जाता है.
चार योग में एक शुभ योग है, एक श्रीवतसः योग है, एक रवि योग है और एक कालिका पूजन योग है. इसके अलावा इसी दिन राधा अष्टमी तिथि भी है, जिससे इस दिन भगवान की भी बहुत कृपा होती है. यही कारण है कि इस बार का पुष्य नक्षत्र बहुत महत्वपूर्ण हो गया है.
पुष्य नक्षत्र के शुभ मुहूर्त में करें खरीददारी: इस बार के पुष्य नक्षत्र में जो शुभ मुहूर्त बन रहा है, उसमें अगर आप खरीदारी करते हैं तो बहुत फायदा होगा. अगर आप प्रॉपर्टी खरीदते हैं या सोना-चांदी खरीदते हैं तो आपको लाभ ही लाभ होगा. इस पुष्य नक्षत्र में अगर आप घरेलू उपभोग के सामान खरीदते हैं, लोहा हैं या जमीन जायदाद खरीदते हैं तो, इनकी खरीदारी के लिए ये बहुत ही शुभ समय है.
Also Read: |
कार्तिक माह के पुष्य नक्षत्र से ये भी लाभ: ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि पुष्य नक्षत्र के मध्य में यानी 8:00 बजे सुबह से लेकर 11:00 दिन के बीच में अगर कोई विशेष सामान खरीदा जाए तो खरीदा हुआ सामान घर में अधिक वृद्धि करता है और बहुत शुभ होता है. धन की वर्षा होने लगती है, स्वास्थ्य लाभ मिलता है और घर में एक वर्ष तक यानी जब तक अगले साल के कार्तिक माह का पुष्य नक्षत्र नहीं आएगा, उस दिन तक घर में शुभ होता है. काम में बरक्कत मिलती है, घर में शांति होती है, घर में मेल मिलाप बना रहता है और यश प्रतिष्ठा बनने की योग बनते हैं.