शहडोल। तस्वीरों में दिख रहा भगवान शिव का यह कलचुरीकालीन ऐतिहासिक मंदिर शहडोल जिले के सोहागपुर में स्थित है, इसे विराट मंदिर के नाम से जाना जाता है. जिसे देखकर बरबस ही खजुराहो के मंदिरों की यादें लोगों के जहन में ताजा हो जाती है. जिसकी अद्भुत कलाकृतियां देख कर हर कोई हतप्रभ रह जाता है.
उच्च शिल्पकला से बने विराट मंदिर में विराजे शिललिंग के दर्शनों के लिए महाशिवरात्रि के दिन भक्तों की भारी भीड़ जुटती है. इस मंदिर का निर्माण कलचुरी राजा युवराज देव ने करवाया था. पौराणिक मान्यता है कि मंदिर में विराजे शिवलिंग के दर्शन मात्र से मोक्ष के द्वार खुल जाते हैं, क्योंकि इस मंदिर का निर्माण ही कुछ इस तरह से करवाया गया था. जहां मंदिर की दीवारों से लेकर गुबंद तक पर बने चित्र इंसान को धर्म, अर्थ और काम के बाद मोक्ष प्राप्ति तक का रास्ता बताते हैं.
![shahdol](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/6131125_thumb.png)
मंदिर की सबसे खास बात मंदिर के गर्भग्रह में विराजमान शिवलिंग है, बेहद छोटा यह शिवलिंग भक्तों के आर्कषण का केंद्र माना जाता है. शिवलिंग के बारे में पुरातत्व के जानकारों का मानना है कि जिस प्रकार इतने बड़े शरीर में आत्मा बहुत सूक्ष्म होता है ठीक इसी तरह मंदिर में परमात्मा के स्वरूप में शिवलिंग विराजमान हैं.
![shahdol](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/6131125_thumbn.png)
आज भी यह शिव मंदिर अपने वैभव के लिए जाना जाता है, माना जाता है कि यहां जिसने भी एक बार पूरी श्रद्धा के साथ जलाभिषेक पूजन कर जो भी कामना की उसकी वह कामना पूरी जरुर होती है.