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आईजी एसपी सिंह ने ईटीवी भारत से की बातचीत, नए साल की कार्ययोजनाओं को लेकर की चर्चा

शहडोल में अपराध को लेकर समीक्षा बैठक की गई. बैठक में अपराधों की समीक्षा की गई साथ ही नए साल में आने वाली चुनौतियों के लिए कार्ययोजना बनाई गई.

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Published : Jan 10, 2020, 8:43 PM IST

Special conversation with IG SP Singh in Shahdol
आईजी एसपी सिंह ने ईटीवी भारत से की बातचीत

शहडोल। सम्भागीय मुख्यालय में आईजी ऑफिस में शहड़ोल जोन के आईजी एसपी सिंह ने अपराध समीक्षा बैठक की. जहां बैठक में जोन के सभी जिले के एसपी और जोन के डीआईजी शामिल हुए और अपराधों की समीक्षा की. जिसमें पिछले साल से तुलना की गई और नए साल में नई कार्ययोजना बनाई गई. बैठक के बाद आईजी एसपी सिंह ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.

आईजी एसपी सिंह ने ईटीवी भारत से की बातचीत


आईजी एसपी सिंह ने बताया कि ज़ोन के अंतर्गत आने वाले सभी जिलों की बैठक हुई. उस बैठक में शहडोल, उमरिया, अनुपपुर और डिंडौरी जिले में लंबित अपराधों, चालान, एफआईआर और विभागीय जांच के निराकरण और अपराधों पर कंट्रोल के सबंध में चर्चा की गई.


एसपी सिंह का कहना है कि पिछले साल की तुलना में 2019 में शहडोल जोन में सभी शीर्ष के अपराधों पर महज 3 प्रतिशत महिला अपराधों में वृद्धि दर्ज हुई. इसके अलावा माइनर एक्ट के तहत 15 प्रतिशत, प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत 9 प्रतिशत अधिक कार्रवाई की गई है. आईजी एसपी सिंह ने कहा कि इसका मतलब साफ है की पुलिस का अपराधों पर कंट्रोल रहा है.


मिसिंग गर्ल्स, नशा पर रहेगा फोकस
एसपी सिंह ने कहा कि मिसिंग गर्ल्स का आंकड़ा 522 रहा है. इसलिए इस पर फोकस रहेगा. मिसिंग केस ज्यादा न हो इस पर कंट्रोल करने की कोशिश रहेगी. इसके अलावा मिसिंग केस जो हैं उन्हें जल्द से जल्द ट्रेस करने की कोशिश की जाएगी. इसके अलावा नशा को लेकर होने वाले अपराधों पर भी फोकस रहेगा, नशा को लेकर विशेष मुहिम चलाई जाएगी.


दहेज प्रथा,आत्महत्या को लेकर जागरूकता की जरुरत
आईजी एसपी सिंह कहते हैं की जो आंकड़े हैं उसे देखकर यही लगता है कि दहेज प्रथा समाज में अभी भी है. ऐसे में इसे रोकने के लिए समाज में अभी और जागरूकता की जरूरत है. इसके लिए समाज के लोगों को भी आगे आना होगा. इसके अलावा आत्महत्या के केस भी हैं. मतलब साफ है कि परिवार के बीच सामंजस्य का अभाव है. इसके लिये समाज को आगे आना होगा.


इसके अलावा आईजी एसपी सिंह ने बताते हैं कि सभी जिलों का काम बेहतर रहा है. इसके अलावा शहड़ोल ज़ोन के अपराधों का अधिकतम 3 माह में विवेचना पूर्ण कर आवश्यक रूप से निराकृत कराए जाने के निर्देश दिये गए.उनका कहना है कि जिले में लंबित एक साल पुराने सभी प्रकरणों का तत्परता से निराकरण करने निर्देशित किया.

शहडोल। सम्भागीय मुख्यालय में आईजी ऑफिस में शहड़ोल जोन के आईजी एसपी सिंह ने अपराध समीक्षा बैठक की. जहां बैठक में जोन के सभी जिले के एसपी और जोन के डीआईजी शामिल हुए और अपराधों की समीक्षा की. जिसमें पिछले साल से तुलना की गई और नए साल में नई कार्ययोजना बनाई गई. बैठक के बाद आईजी एसपी सिंह ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.

आईजी एसपी सिंह ने ईटीवी भारत से की बातचीत


आईजी एसपी सिंह ने बताया कि ज़ोन के अंतर्गत आने वाले सभी जिलों की बैठक हुई. उस बैठक में शहडोल, उमरिया, अनुपपुर और डिंडौरी जिले में लंबित अपराधों, चालान, एफआईआर और विभागीय जांच के निराकरण और अपराधों पर कंट्रोल के सबंध में चर्चा की गई.


एसपी सिंह का कहना है कि पिछले साल की तुलना में 2019 में शहडोल जोन में सभी शीर्ष के अपराधों पर महज 3 प्रतिशत महिला अपराधों में वृद्धि दर्ज हुई. इसके अलावा माइनर एक्ट के तहत 15 प्रतिशत, प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत 9 प्रतिशत अधिक कार्रवाई की गई है. आईजी एसपी सिंह ने कहा कि इसका मतलब साफ है की पुलिस का अपराधों पर कंट्रोल रहा है.


मिसिंग गर्ल्स, नशा पर रहेगा फोकस
एसपी सिंह ने कहा कि मिसिंग गर्ल्स का आंकड़ा 522 रहा है. इसलिए इस पर फोकस रहेगा. मिसिंग केस ज्यादा न हो इस पर कंट्रोल करने की कोशिश रहेगी. इसके अलावा मिसिंग केस जो हैं उन्हें जल्द से जल्द ट्रेस करने की कोशिश की जाएगी. इसके अलावा नशा को लेकर होने वाले अपराधों पर भी फोकस रहेगा, नशा को लेकर विशेष मुहिम चलाई जाएगी.


दहेज प्रथा,आत्महत्या को लेकर जागरूकता की जरुरत
आईजी एसपी सिंह कहते हैं की जो आंकड़े हैं उसे देखकर यही लगता है कि दहेज प्रथा समाज में अभी भी है. ऐसे में इसे रोकने के लिए समाज में अभी और जागरूकता की जरूरत है. इसके लिए समाज के लोगों को भी आगे आना होगा. इसके अलावा आत्महत्या के केस भी हैं. मतलब साफ है कि परिवार के बीच सामंजस्य का अभाव है. इसके लिये समाज को आगे आना होगा.


इसके अलावा आईजी एसपी सिंह ने बताते हैं कि सभी जिलों का काम बेहतर रहा है. इसके अलावा शहड़ोल ज़ोन के अपराधों का अधिकतम 3 माह में विवेचना पूर्ण कर आवश्यक रूप से निराकृत कराए जाने के निर्देश दिये गए.उनका कहना है कि जिले में लंबित एक साल पुराने सभी प्रकरणों का तत्परता से निराकरण करने निर्देशित किया.

Intro:Note_ इंटरव्यू शहडोल ज़ोन के आईजी एसपी सिंह का है।

आईजी ने ली अपराध समीक्षा बैठक, देखिये खास बातचीत, आईजी ने कहा नशा, गर्ल्स मिसिंग पर रहेगा फोकस

शहडोल- सम्भागीय मुख्यालय में आईजी ऑफिस में शहड़ोल जोन के आईजी एसपी सिंह ने अपराध समीक्षा बैठक की, जहां बैठक में जोन के सभी जिले के एसपी और जोन के डीआईजी शामिल हुए और अपराधों की समीक्षा की गई, पिछले साल से तुलना की गई और नए साल में नई कार्ययोजना बनाई गई ईटीव्ही भारत ने जोन के अपराधों को लेकर और बैठक में क्या कुछ रहा खास इसे लेकर शहडोल जोन के आईजी एसपी सिंह से की एक्सक्लूसिव बातचीत।


Body:पुलिस का अपराधों पर रहा कंट्रोल

शहडोल जोन के आईजी एसपी सिंह ने बताया कि ज़ोन के अंतर्गत आने वाले सभी जिलों की बैठक हुई उस बैठक में शहडोल, उमरिया, अनुपपुर और डिंडोरी जिले में लंबित अपराधों , चालान, मर्ग, शिकायत, विभागीय जांच, के निराकरण और अपराधों पर कंट्रोल के सबंध में चर्चा की गई।

जहां विगत साल की तुलना में साल 2019 में शहडोल जोन में सभी शीर्ष के अपराधों पर महज 3 प्रतिशत महिला अपराधों में महज 2 प्रतिशत, वृद्धि दर्ज हुई। इसके अलावा माइनर एक्ट के तहत 15 प्रतिशत, प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत 9 प्रतिशत अधिक कार्यवाही की गई है, आईजी एसपी सिंह ने कहा कि इसका मतलब साफ है की पुलिस का अपराधों पर कंट्रोल रहा है।

मिसिंग गर्ल्स, नशा पर रहेगा फोकस

शहड़ोल ज़ोन के आईजी एसपी सिंह ने कहा कि मिसिंग गर्ल्स का आंकड़ा 522 रहा है इसलिए इस पर इस बार फोकस रहेगा। मिसिंग केस ज्यादा न हो इस पर कंट्रोल करने की कोशिश रहेगी इसके अलावा मिसिंग केस जो हैं उन्हें जल्द से जल्द ट्रेस करने की कोशिश रहेगी। इसके अलावा नशा को लेकर होने वाले अपराधों पर भी फोकस रहेगा, नशा को लेकर विशेष मुहिम चलाई जाएगी।

पेंडेंसी पर हुआ विशेष काम

आईजी एसपी सिंह ने कहा है की ज़ोन में पेंडेंसी पर अच्छा निकाल हुआ है।

दहेज प्रथा,आत्महत्या को लेकर जागरूकता की जरुरत

आईजी एसपी सिंह कहते हैं की जो आंकड़े हैं उसे देखकर यही लगता है कि दहेज प्रथा समाज में अभी भी है ऐसे में इसे रोकने के लिए समाज में अभी और जागरूकता की जरूरत है इसके लिए समाज के लोगों को भी आगे आना होगा। इसके अलावा आत्महत्या के केस भी हैं मतलब साफ है कि परिवार के बीच सामंजस्य का अभाव है। इसके लिये समाज को आगे आना होगा, समाज के अंदर जो टूटन हो रही है कहीं न कहीं ये भी कारण है।


Conclusion:इसके अलावा आईजी एसपी सिंह ने बताते हैं कि सभी जिलों का काम बेहतर रहा है, इसके अलावा शहड़ोल ज़ोन के अपराधों का अधिकतम 3 माह में विवेचना पूर्ण कर आवश्यक रूप से निराकृत कराए जाने के निर्देश दिये गए।

जिले में लंबित एक साल पुराने सभी प्रकरणों का तत्परता से निराकरण करने निर्देशित किया।

इसके अलावा गम्भीर अपराधों, महिलाओं, बालकों एससी एसटी एक्ट से संबंधित चिन्हित अपराधों, यथाशीघ्र निकाल करने धोखाधड़ी संबंधी अपराधों में कार्य योजना अनुसार निकाल करने 3 माह से अधिक लंबित सभी मर्गों का निराकरण करने साल 2018 तक के लंबित सभी चालानों को न्यायालय पेश करने आदि के सबंध में विस्तार से चर्चा की गई। इसके अलावा भी कई मसलों को लेकर चर्चा की गई और निर्देश दिये गए।
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